यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। एडीएम (न्यायिक) स्वाति शुक्ला को प्रशासनिक अनियमितताओं और गंभीर आरोपों के चलते गवर्नर की संस्तुति के बाद शासन ने निलंबित कर दिया है। सस्पेंशन के साथ ही उन्हें राजस्व परिषद से सम्बद्ध किया गया है। स्वाति शुक्ला के खिलाफ शाहजहांपुर में अपात्र व्यक्तियों को अवैध रूप से भूमि पट्टे देने के मामले में जांच चल रही थी।
मामला और कार्रवाई
शाहजहांपुर में एसडीएम के पद पर रहते हुए स्वाति शुक्ला पर आरोप है कि उन्होंने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए कई अपात्र व्यक्तियों को भूमि पट्टे दिए। इसके अलावा, उन्हें सरकारी भूमि के आवंटन में अनियमितताओं का दोषी पाया गया। यह मामला शासन के संज्ञान में आने के बाद विस्तृत जांच के लिए राजस्व विभाग को सौंपा गया था।
जांच के केंद्र में: शाहजहांपुर का मामला, जहां 2018-2021 के दौरान 50 से अधिक अपात्र व्यक्तियों को भूमि पट्टे दिए गए।
शिकायतें: इस अवधि में 10 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 6 गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि हुई।
आवंटित भूमि: कुल 30 हेक्टेयर भूमि का अनुचित आवंटन पाया गया, जिसमें करीब 5 करोड़ की कीमत की भूमि शामिल है।
स्वाति शुक्ला के सस्पेंशन के बाद, उन्हें राजस्व परिषद से सम्बद्ध किया गया है, जहां वे आगामी जांच के दौरान अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगी। इस मामले में जांच अभी जारी है, और अन्य संबंधित अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है। शासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यदि स्वाति शुक्ला दोषी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने फर्रुखाबाद के प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है, और यह उम्मीद की जा रही है कि इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों में भी अनुशासन और सतर्कता का माहौल बनेगा।