– सांसद रमेश अवस्थी ने किया अपना वादा पूरा
– दी सौगात,फिर शुद्ध दूध पियेगा कानपुर
कानपुर |(यूथ इंडिया संवाददाता) कानपुरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। वर्षों से बंद पड़ी पराग डेयरी अब फिर से सक्रिय होने जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) को दस वर्षों की लीज पर पराग डेयरी के संचालन की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। यह उपलब्धि कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी की निजी पहल और लगातार प्रयासों का परिणाम है।
लोकसभा चुनाव के दौरान सांसद रमेश अवस्थी ने पराग डेयरी को दोबारा शुरू कराने का वादा किया था। सांसद बनने के बाद उन्होंने न सिर्फ संबंधित विभागों से पत्राचार किया, बल्कि लगातार लखनऊ और दिल्ली में बैठकों के जरिए परियोजना को गति दी।
सांसद रमेश अवस्थी ने कहा,
“कानपुर की जनता को शुद्ध दूध और दुग्ध उत्पाद उपलब्ध कराना मेरी प्राथमिकता थी। मैंने वादा किया था कि पराग डेयरी को फिर से शुरू कराऊंगा। आज मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पराग जुलाई से कानपुरवासियों के बीच फिर लौटेगा।”
NDDB द्वारा डेयरी के संचालन की तैयारी पूरी की जा रही है। जुलाई से पराग ब्रांड के अंतर्गत शुद्ध दूध, दही, पनीर और अन्य दुग्ध उत्पाद कानपुर की दुकानों और गली-मोहल्लों में उपलब्ध होंगे।
प्रशासन के अनुसार, NDDB इस परियोजना को आधुनिक तकनीक, कुशल प्रबंधन और ठोस विपणन रणनीति के साथ दोबारा स्थापित करेगा। इससे न केवल उपभोक्ताओं को गुणवत्ता मिलेगी, बल्कि स्थानीय दुग्ध उत्पादकों को भी बड़ा बाजार मिलेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों से सीधे दूध संग्रह
मौजूदा समय में बाजार में बढ़ती मिलावट और ब्रांडेड उत्पादों की महंगाई के बीच पराग का दोबारा आना सस्ता, शुद्ध और भरोसेमंद विकल्प उपलब्ध कराएगा। उपभोक्ताओं को सरकारी दरों पर गुणवत्तापूर्ण दुग्ध उत्पाद सुलभ होंगे। सांसद रमेश अवस्थी की इस पहल को ‘विकसित कानपुर’ की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
डेयरी संचालन की तमाम प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं और जुलाई से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।