फर्रुखाबाद (यूथ इंडिया संवाददाता)। गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाए रखने के उद्देश्य से फर्रुखाबाद स्थित ऐतिहासिक पांचाल घाट पर रविवार को एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह ने किया। उनके साथ क्षेत्राधिकारी नगर ऐश्वर्या उपाध्याय, थाना कादरी गेट प्रभारी अमोद कुमार सिंह, नमामि गंगे परियोजना अधिकारी निहारिका पटेल और उनकी पूरी टीम मौजूद रही!
अभियान के दौरान घाट पर वर्षों से एकत्रित खंडित देव प्रतिमाएं, पूजन सामग्री, फूल, हवन की राख आदि को सावधानीपूर्वक एकत्र किया गया। इन सभी सामग्रियों का धार्मिक रीति-नीति के अनुसार भू-विसर्जन किया गया, जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे और श्रद्धालुओं की भावनाएं भी आहत न हों। यह पहल धार्मिक और पर्यावरणीय संतुलन का सुंदर उदाहरण बनी।
इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य सिर्फ घाट की सफाई भर नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से गंगा तट की पवित्रता को बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरूकता भी फैलाना रहा। नमामि गंगे और पुलिस विभाग की इस संयुक्त मुहिम ने स्थानीय लोगों को गंगा और घाट की सफाई के महत्व के प्रति संवेदनशील किया।
अभियान में स्थानीय युवाओं, श्रद्धालुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। उन्होंने इस प्रयास की खुले दिल से सराहना की और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों में भाग लेने का संकल्प लिया। युवाओं ने घाट पर सफाई करते हुए नारे लगाए — “स्वच्छ गंगा – स्वस्थ भारत” और “हम सबका कर्तव्य – गंगा की रक्षा”, जिससे एक प्रेरणादायक माहौल बना।
> अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह ने कहा,
“गंगा हमारी संस्कृति और जीवन की धारा है। इसे स्वच्छ रखना न केवल प्रशासन का, बल्कि हर नागरिक का भी कर्तव्य है। पुलिस विभाग इस दिशा में सदैव तत्पर रहेगा।”
> नमामि गंगे परियोजना अधिकारी निहारिका पटेल ने कहा,
“हम धार्मिक आस्था और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को संतुलित करके काम कर रहे हैं। लोगों की भागीदारी ही इस मुहिम की सबसे बड़ी ताकत है।”
नमामि गंगे टीम और जिला प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में फर्रुखाबाद के अन्य घाटों पर भी इसी तरह के स्वच्छता और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। इसके लिए स्कूल-कॉलेजों, सामाजिक संगठनों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाएगा।