यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार के स्थानांतरण के बाद अपराधियों के खिलाफ चल रही मुहिम में धीमापन आ गया है। मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत शुरू किया गया अभियान भी अब कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। विकास कुमार के कार्यकाल में जहां अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही थी, वहीं उनके स्थानांतरण के बाद अपराधों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
विकास कुमार के कार्यकाल के दौरान जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार देखा जा रहा था। उनके जाने के बाद से अपराधियों के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं, जिससे आम जनता की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। नागरिकों का कहना है कि पुलिस की सक्रियता में कमी आई है और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में भी ढिलाई बरती जा रही है।
अब देखना होगा कि जिले में नई पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति के बाद अपराधियों पर नकेल कसने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं और मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति को कैसे प्रभावी रूप से लागू किया जाता है।
जिले की जनता और सामाजिक संगठन अब उम्मीद कर रहे हैं कि नए पुलिस अधीक्षक अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे।