वाराणसी (Youth India): बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) की नगरी काशी (Kashi) एक बार फिर श्रद्धा और आस्था की ऐतिहासिक मिसाल बनकर उभरी है। साल 2025 की शुरुआत से अब तक वाराणसी ने पर्यटन और धार्मिक यात्रा के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। जनवरी और फरवरी माह के बीच करीब 3 करोड़ श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए पहुंचे। यह आंकड़ा अब तक की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है।
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, 13 जनवरी से 27 फरवरी तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें अकेले 13 जनवरी से 18 फरवरी तक 1.93 करोड़ भक्त मंदिर पहुंचे। 27 फरवरी तक यह आंकड़ा 3 करोड़ को पार कर गया। खास बात यह रही कि 27 जनवरी को एक ही दिन में 6.55 लाख श्रद्धालु पहुंचे, जो एक दिन में सर्वाधिक दर्शन का रिकॉर्ड है।
महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा का गर्भगृह 45 घंटे तक लगातार खुला रखा गया ताकि भक्तों को दर्शन में कोई कठिनाई न हो। वीआईपी दर्शन को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया और नागा साधुओं के लिए विशेष समय निर्धारित किया गया। काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्विकास, सुविधाओं में सुधार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष रुचि के कारण मंदिर में भक्तों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2023 के सावन मास में भी 1.63 करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
इतना ही नहीं, विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। 2024 में जहां 98,961 विदेशी पर्यटक वाराणसी पहुंचे थे, वहीं 2025 की शुरुआत में यह आंकड़ा 1,50,425 तक जा पहुंचा है। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट द्वारा सुरक्षा और दर्शन की व्यवस्थाओं को और अधिक सशक्त बनाया गया है। गंगा घाटों पर सफाई, जल परिवहन और ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के चलते श्रद्धालुओं को एक सकारात्मक अनुभव मिल रहा है। काशी अब सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान और वैश्विक पर्यटन का मजबूत केंद्र बनती जा रही है।