शमशाबाद (फर्रुखाबाद): क्षेत्र में कानून व्यवस्था और सामाजिक जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। एक ओर जहां पर्यावरण (Environment) को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग की पहल को असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया, वहीं दूसरी ओर लगातार हो रही चोरी की घटनाएं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रही हैं।
वृक्षारोपण को बनाया निशाना
नगर के मोहल्ला घटियापुर से चौमुखे महादेव मंदिर तक सड़क के दोनों ओर 20 फीट की सीमा में वन विभाग द्वारा किए गए वृक्षारोपण में से बीती रात अज्ञात दबंगों ने करीब 50 पौधों को उखाड़कर फेंक दिया। कुल मिलाकर लगभग 300 पौधे लगाए गए थे, जिनमें से यह नुकसान वन विभाग की टीम को रविवार सुबह निरीक्षण के दौरान पता चला।
वन दरोगा राकेश कुमार ने बताया कि पौधों के साथ ट्री गार्ड भी लगाए गए थे, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने इस जनहित प्रयास को जानबूझकर क्षति पहुंचाई है। विभागीय अधिकारियों ने मामले में संबंधित थाने को तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इसी बीच, शमशाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम उगरपुर में बंद पड़े एक मकान को अज्ञात चोरों ने निशाना बनाया। मकान मालिक चरण सिंह निजी नौकरी के चलते शहर में रह रहे थे, जबकि उनकी पत्नी बबली मायके गई थीं। ताले लगे होने का फायदा उठाकर चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन गृहस्वामी द्वारा तहरीर न दिए जाने के कारण अभी तक मामला दर्ज नहीं हो सका है।
वहीं, थाना क्षेत्र के गांव सिरपारपुर में मुनेश कुमार यादव के घर के ताले तोड़कर अज्ञात चोरों ने लाखों रुपए की नगदी और कीमती जेवरात चुरा लिए। पीड़ित की तहरीर पर शमशाबाद पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
प्रशासनिक सुस्ती पर उठे सवाल
लगातार सामने आ रही घटनाओं से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। नागरिकों का कहना है कि न तो पर्यावरण संरक्षण को गंभीरता से लिया जा रहा है और न ही चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण हो पा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस प्रशासन व वन विभाग दोषियों के खिलाफ क्या ठोस कदम उठाते हैं।