अखिलेश… हताश, निराश, उदास: डिप्टी सीएम
बरेली। प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि संभल और अन्य शहरों में मंदिरों की तलाश के लिए सर्वे और खोदाई कोर्ट के आदेश पर की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां भी कोर्ट का आदेश होगा, वहां सरकार उस आदेश के अनुपालन में कार्रवाई करेगी।
मौर्य ने बरेली में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा किए गए कटाक्ष पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा सत्ता के लिए बेचैन हैं और उन्हें समझना होगा कि वर्ष 2047 तक सत्ता इनसे दूर ही रहेगी।
डिप्टी सीएम ने डॉ. आंबेडकर को लेकर गृहमंत्री के बयान के बाद शुरू हुए धरना-प्रदर्शन को भी वर्चस्व की जंग करार दिया। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का एक हिस्सा है और इससे शासन में कोई बदलाव नहीं आएगा।
महाकुंभ में मुसलमानों को दुकानें लगाने से मना करने की एक मौलाना की अपील पर मौर्य ने कहा कि महाकुंभ में सभी का स्वागत है। उन्होंने कहा, “प्रयागराज में इस बार भव्य आयोजन होगा। किसी की अपील से कोई फर्क नहीं पड़ता है।” उन्होंने यह भी बताया कि दुकानें लगाने के लिए कई लोग आवेदन कर चुके हैं और जो भी सही सामान बेचना चाहता है, उसका स्वागत है।
सपा द्वारा सरकार को घेरने के प्रयासों पर मौर्य ने कहा कि संभल में सरकार ने हिंसा को रोकने में सफल रही है। बैंक में चोरी का मामला भी पुलिस ने सुलझा लिया है। उन्होंने पीलीभीत में खालिस्तानी आतंकवादियों के एनकाउंटर का भी जिक्र किया और कहा कि पंजाब पुलिस ने जरूरी साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की है।
अखिलेश यादव के लिए मौर्य ने केवल तीन शब्द कहे – “हताश, निराश, उदास।” उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि सरकार अपनी स्थिति को मजबूत मानती है और विपक्ष पर निशाना साधने से नहीं चूक रही है।
इस बयान के साथ ही मौर्य ने प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से सपा और कांग्रेस के प्रति अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है।