लखनऊ। राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह (Jaiveer Singh) ने विश्वास जताया है कि महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh ) दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन साबित होगा। उन्होंने “हिन्दुस्तान दिव्य महाकुंभ-2025 कॉन्क्लेव” के समापन सत्र में कहा कि इस बार प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ 12 साल बाद आयोजित हो रहा है, जिसका वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों महत्व है।
जयवीर सिंह ने बताया कि 2019 में हुए कुंभ मेले में 25 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए थे, जबकि इस बार महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को आयोजन में आमंत्रित किया जा रहा है। उनका मानना है कि संगम में डुबकी लगाकर लोग मोक्ष की प्राप्ति और अपने जीवन को धन्य करेंगे।
मंत्री ने महाकुंभ को प्रदेश के पर्यटन विकास के लिए एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को प्रदर्शित करेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव भी प्रदान करेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में हुए सुधारों की सराहना की और कहा कि इससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
सरकार द्वारा उभरते हुए कलाकारों को बढ़ावा देने के बारे में मंत्री ने बताया कि महाकुंभ में 15,000 से अधिक कलाकारों को मंच मिलेगा। इसके अलावा, 20 अलग-अलग मंचों पर कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पहले जहां 16 करोड़ पर्यटक यूपी आते थे, अब यह संख्या बढ़कर 50 करोड़ से अधिक हो गई है, जो प्रदेश की बदलती दिशा का संकेत है।
जयवीर सिंह ने महाकुंभ की भव्यता को बढ़ाने के लिए कॉन्क्लेव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को और अधिक बढ़ाएंगे। प्रदेश में 12 पर्यटन सर्किटों और विभिन्न पर्यटन स्थलों के विकास पर जोर दिया जा रहा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यटन क्षेत्र को सशक्त बनाएंगे।