पति और ससुराल पक्ष पर हत्या का शक, पुलिस को शव नहीं ले जाने दिया
मोहम्मदाबाद , फर्रुखाबाद। थाना क्षेत्र के ग्राम नगरिया में 27 वर्षीय विवाहिता रिंकी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रिंकी के मायके पक्ष ने उसके पति अखिलेश व ससुरालजनों पर हत्या का आरोप लगाया। इस मामले की सूचना कोतवाली मोहम्मदाबाद पुलिस को दी गई।
रिंकी का शव गांव से 200 मीटर दूर एक निर्माणाधीन मकान में मिला। रिंकी के भाई अनिल कुमार पुत्र महेश सिंह यादव, निवासी जवाहर पुरवा, मजरा दहलिया, थाना अरवल, जनपद हरदोई ने आरोप लगाया कि जब शव मिला, तब ससुराल पक्ष का कोई भी सदस्य वहां मौजूद नहीं था।
अनिल ने बताया कि रिंकी की शादी वर्ष 2012 में अखिलेश के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही विवाद चल रहा था। दो वर्ष पहले अखिलेश का गाजियाबाद की एक लड़की से प्रेम संबंध था, जिसके चलते रिंकी के साथ उसका अक्सर झगड़ा होता था। इस मामले में समझौता भी हुआ था, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ।
रिंकी की मौत से उसके दोनों बच्चे—10 वर्षीय राजन और 7 वर्षीय आशिकी बेसहारा हो गए हैं।
परिजनों ने शव नहीं उठाने दिया, पुलिस को कार्यवाही के लिए किया मजबूर हुए।
घटना की सूचना पर मोहम्मदाबाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन रिंकी के परिजनों ने शव को पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया। वे सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे। करीब 80 लोग मौके पर मौजूद थे और पुलिस को शव उठाने नहीं दे रहे थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना से एक दिन पहले परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर कहासुनी हुई थी। आरोप है कि इसी विवाद के चलते रिंकी ने ज़हर पी लिया। परिजनों ने उसे आनन-फानन में ताजपुर के अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे फर्रुखाबाद रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
रिंकी के भाई अनिल ने पति अखिलेश, देवर मुनेंद्र उर्फ मुनीम, तोताराम और सास रामबेटी पर हत्या का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है।
कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल ने निष्पक्ष जांच और आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रिंकी की मौत के बाद उसकी मां मालती देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेटी को न्याय दिलाने की गुहार लगा रही है।