यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। दादी प्रकाश मणि के स्मरण दिवस विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया। आयोजित कार्यक्रम में श्री श्री 108 ईश्वरदास जी महाराज (दुर्वासा ऋषि आश्रम, पाचालघाट, फर्रुखाबाद) की विशेष उपस्थिति रही। इस अवसर पर उन्होंने परिवार की एकता और नैतिकता पर प्रकाश डाला, और बताया कि एक दादी का कर्तव्य परिवार को सही दिशा में मार्गदर्शन करना होता है। उन्होंने कहा कि दादी एक ऐसी शक्ति हैं जो लोगों को विद्वता, वीरता, और नैतिक मूल्यों का ज्ञान देती हैं।
श्री श्री 108 ईश्वरदास जी महाराज ने हाल ही में माउंट आबू की यात्रा का अनुभव साझा किया, जहाँ उन्होंने अलौकिक दादी जी की शिक्षाओं से प्रभावित जन-मानस को देखा। उन्होंने वर्णन किया कि कैसे दादी जी की शिक्षाएं, जैसे कि निमित्त भाव, निर्माण भाव, और निर्मलवाणी, लोगों की जीवनशैली को श्रेष्ठ बनाती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन शिक्षाओं को आत्मसात करके ही दादी जी की सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सकती है। कार्यक्रम में बी.के. मंजु बहन ने दादी जी के साथ बिताए पलों और उनकी शिक्षाओं के बारे में जानकारी दी। भ्राता सुरेश गोयल और कमलेश एड. ने भी दादी जी के विचारों और योगदान पर अपने विचार साझा किए। सभी बी.के. नाई-बहनों ने दादी जी की याद में पुष्पांजलि अर्पित की। इस भावपूर्ण आयोजन ने दादी जी की शिक्षाओं और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान किया।