उदयपुर: मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा (VC Sunita Mishra) उस समय विवादों में घिर गईं जब उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान मुग़ल शासक औरंगज़ेब (Aurangzeb) को “कुशल प्रशासक” कह दिया।
उनके बयान के बाद हिंदू संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। विरोध करने वालों ने आरोप लगाया कि इस बयान से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन से वीसी का इस्तीफा तक मांग लिया।
बढ़ते विरोध को देखते हुए प्रो. सुनीता मिश्रा ने सार्वजनिक रूप से अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा – “मेरे बयान से यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहती हूं। मेरा उद्देश्य किसी समुदाय की आस्था को आहत करना नहीं था।”
प्रो. मिश्रा ओडिशा मूल की प्रतिष्ठित शिक्षाविद् हैं। वह पहले लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में डीन रह चुकी हैं। मई 2023 में उन्हें MLSU का कुलपति नियुक्त किया गया था। अब देखना होगा कि माफी के बाद भी यह विवाद थमता है या और बढ़ता है।