रक्षाबंधन आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। रक्षाबंधन का पर्व भाई और बहन के बीच के अटूट प्यार को दर्शाता है। यह त्योहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें पूजा अर्चना करके भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। रक्षाबंधन बांधने के बाद बहनें अपने भाइयों को मिठाई (Sweets) भी खिलाती हैं।
रक्षाबंधन के दिन मिठाइयों की दुकान (Sweets Shops) पर काफी भीड़ देखने को मिलती है। वहीं क्या आपको इस बारे में पता है इन दिनों बाजार में मिलावटी और जहरीली मिठाइयों की बिक्री काफी तेजी से हो रही है। ऐसे में अगर आप रक्षाबंधन के मौके पर मिठाई खरीदने जा रहे हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे खास तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप बाजार में बिकने वाली मिलावटी मिठाई की पहचान कर सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिंथेटिक दूध और स्टार्च का उपयोग करके रेडिमेड रसगुल्ले को बनाया जाता है। वहीं सिंथेटिक दूध, सूजी, गीले ग्लूकोज से मिलावटी मिल्क केक को तैयार किया जाता है। इसके अलावा सिंथेटिक दूध, सूजी, आलू, शकरकंद, तेल व रंगों के मिश्रण से मिलावटी मावा बनाया जाता है।
अगर आप इस बारे में पता करना चाहते हैं कि आप जो मिठाई (Sweets) खरीद रहे हैं वह असली है या नकली? इस बारे में आप आसानी से पता कर सकते हैं। इसमें आपको किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा।
इसके लिए आपको दो अलग-अलग मिठाई के सैंपल लेने होंगे। इसके बाद आपको उन दोनों मिठाइयों को अलग अलग बर्तन में गर्म पानी में डालना है। यह करने के बाद दोनों बर्तन में आयोडीन डालें।
इसके बाद अगर गर्म पानी वाले बर्तन में मिठाई का रंग बदलता है तो इस बात की बड़ी संभावना है कि मिठाई में मिलावट को अंजाम दिया गया है। वहीं अगर मिठाई के रंग में कोई बदलाव नहीं आता है तो उसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं की गई है।