लखनऊ: लखनऊ (Lucknow) के रामकृष्ण मठ (Ramakrishna Math) में द्वितीय बड़ा मंगल (Bada Mangal) बहुत ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ रामकृष्ण मन्दिर में मनाया गया तथा समस्त कार्यक्रम को हमारे यूट्यूब चैनेल :‘रामकृष्ण मठ लखनऊ’ के माध्यम से सीधा प्रसारण भी किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत श्री श्री ठाकुर जी की मंगल आरती एवं प्रार्थना के साथ हुयी। सुबह 6ः50 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण रामकृष्ण मठ, लखनऊ के स्वामी इष्टकृपानन्द द्वारा हुआ। तत्पश्चात मुख्य मंदिर के सामने श्री हनुमानजी की प्रतिष्ठित मूर्ति पर पुष्पार्पण, पूजा, भोग और आरती के बाद स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया और उपस्थित भक्तगणों के मध्य प्रसाद वितरण किया गया। प्रातः 7ः15 बजे स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा (ऑनलाइन धार्मिक प्रवचन) सत प्रसंग हुआ। सायंकाल में भगवान श्री रामकृष्ण की सन्ध्या आरती के पश्चात श्री हनुमानजी की पूजा एवं आरती स्वामी कृष्णपदानन्द द्वारा सम्पन्न हुई।
इसके पश्चात मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। अन्त में स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज ने समापन संगीत प्रस्तुत किया, भगवान राम के एक भजन से -“इतनी विनती रघुनंदन से…“ इसकी गूँज से मंदिर में आध्यात्मिक परिवेश की सृष्टि हुई। जो भक्तगण मंदिर में आकर इस अनुष्ठान में अंश नहीं ग्रहण कर सके तथापि रामकृष्ण मठ लखनऊ के यूट्यूब चैनल के माध्यम से अनेक भक्तगणों इस कार्यक्रम में अंश ग्रहण किये एवं आनंद उठाया।
हनुमान जी का स्मरण करते हुए स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज ने बताया कि जितना ही हमारे भीतर हनुमान जी का स्मरण, मनन होगा उतना ही हमारा कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि हनुमान जी के आशीर्वाद से हमारे जीवन का सर्वप्रकार का संकट मोचन हो जाएगा। कार्यक्रम का समापन उपस्थित भक्तगणोंं को प्रसाद वितरण के साथ हुआ।