यूथ इण्डिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। तहसील सदर के उपनिबंधक कार्यालय में तैनात सब रजिस्ट्रार रविकांत यादव के खिलाफ अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। उनका आरोप है कि रविकांत यादव समाजवादी मानसिकता से काम करते हुए, कानून और प्रशासन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जिससे फर्रुखाबाद की भोली-भाली जनता को लूटने का काम किया जा रहा है।
अधिवक्ताओं का कहना है कि सब रजिस्ट्रार रविकांत यादव की कार्यशैली बेहद खराब है। खासकर, दस्तावेजों के पंजीकरण में मनमानी और भेदभावपूर्ण तरीके अपनाए जा रहे हैं। लाभ के चक्कर में आरोप यह भी है कि 4 बजे के बाद पंजीकरण कर दिया जाता है। वहीं, जिन दस्तावेजों का पंजीकरण करने पर सब रजिस्ट्रार को व्यक्तिगत लाभ होता है, उनका पंजीकरण बिना किसी रुकावट के कर दिया जाता है।
इससे तहसील सदर के अधिवक्ता गहरे रोष में हैं और उनके बीच इस व्यवहार को लेकर चिंता और नाराजगी बढ़ती जा रही है। कई अधिवक्ताओं ने बताया कि उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों के पंजीकरण में बार-बार देरी की जाती है और उन पर दबाव डाला जाता है। इसके चलते न केवल उनके पेशेवर जीवन में परेशानी बढ़ी है, बल्कि आम जनता को भी अत्यधिक समय और धन की बर्बादी का सामना करना पड़ रहा है।
अधिवक्ताओं का कहना है कि इस प्रकार की कार्यशैली के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने चाहिए और प्रशासन से यह अपील की जा रही है कि रविकांत यादव के खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की जाए ताकि फर्रुखाबाद की जनता और अधिवक्ताओं को न्याय मिल सके।
अधिवक्ताओं का यह भी कहना है कि यदि सब रजिस्ट्रार की इस व्यवहार पर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है, तो वे प्रदर्शन को और तेज कर सकते हैं और प्रशासन से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर सकते हैं।
इस मामले में प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन यह मामला तहसील सदर में लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है।