समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख (Raees Sheikh) ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ईवीएम और चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों का खंडन किया है। शेख ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र भिवंडी पूर्व में चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हुए थे। उन्होंने चुनाव आयोग, पुलिस प्रशासन और अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे बिना किसी दबाव के निष्पक्षता से काम कर रहे थे। शेख ने ईवीएम में किसी प्रकार की गड़बड़ी को सिरे से खारिज कर दिया और इसे लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण बताया।
शेख ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 52,015 मतों के अंतर से जीत हासिल की, जो इस साल चुने गए 10 मुस्लिम विधायकों में सबसे बड़ी जीत थी। उन्होंने अपने विजय भाषण में कहा, “लोगों ने साबित कर दिया है कि काम बोलता है। हमने सभी समुदायों के लिए काम किया और यही कारण था कि हमें भारी जनादेश मिला। भिवंडी में करीब 97% मुस्लिम और 9.8% गैर-मुस्लिम मतदाताओं ने उनका समर्थन किया।”
इससे पहले, अखिलेश यादव ने लोकसभा में ईवीएम पर संदेह जताया था और कहा था कि भले ही उनकी पार्टी यूपी की सभी 80 सीटें जीत ले, वह ईवीएम पर भरोसा नहीं करेंगे। उन्होंने इसे लेकर अपनी चिंता दोहराई और कहा कि यह मुद्दा तब तक हल नहीं होगा, जब तक ईवीएम का उपयोग बंद नहीं हो जाता।
इस बीच, चुनाव आयोग और ईवीएम के संबंध में विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। अदालत ने ईवीएम की सुरक्षा और इसकी संभावित हैकिंग को लेकर विपक्ष की चिंताओं को खारिज करते हुए इसे सुरक्षित और विश्वसनीय बताया था।
रईस शेख के बयान ने अखिलेश यादव के बयान से विपरीत रुख अपनाया है, जिससे पार्टी में एक अंदरूनी मतभेद नजर आ रहा है। शेख का कहना है कि भिवंडी जैसे क्षेत्र में जहां मुस्लिम मतदाता बड़ी संख्या में हैं, वहां भी चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी थे, जो कि ईवीएम की विश्वसनीयता को साबित करता है।