फतेहगढ़। मोहल्ला हाथीखाना निवासी सूरज कुशवाहा की पत्नी रोहिणी देवी को पड़ोसी युवक अभिषेक द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला सामने आया है। साथ ही, अभिषेक ने घर से एक लाख रुपये की नगदी और सोने-चांदी के जेवरात भी चुरा लिए। पीड़ित सूरज कुशवाहा और उसके परिजन पत्नी की तलाश में भटकते रहे, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने फतेहगढ़ कोतवाली में लिखित तहरीर दी। कोतवाल ने तहरीर पढ़ते ही पीड़ित पर दबाव डालना शुरू कर दिया कि वह तहरीर बदल दे। कई बार कोतवाली के चक्कर लगाने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।निराश होकर सूरज कुशवाहा ने पुलिस अधीक्षक से भी संपर्क किया और अपनी पीड़ा सुनाई। पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि मूल तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और पीड़ित को कोतवाली भेजा। लेकिन कोतवाल ने इस आदेश का पालन नहीं किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन पीड़ित की सहायता करने में असफल रहा है।इस घटना ने पुलिस की जवाबदेही और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके।