अमेरिका में ट्रंप के आते ही भारतीय शेयर (Share Market) का मिजाज भी बदल गया। मंगलवार को जब बाजार खुला तो शुरुआत हरे निशान के साथ हुई थी लेकिन कुछ ही मिनटों में बाजार का जोश ठंडा हो गया और सेंसेक्स-निफ़्टी गिरावट के साथ लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। महज घंटेभर के कारोबार के बाद ही शेयर बाजार क्रैश भी हो गया। जहां सेंसेक्स में 800 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है वहीं निफ़्टी भी 170 अंकों से ज्यादा गिर गया है। खबर लिखे जाने तक 12.11 मिनट पर सेंसेक्स में 61 अंकों की तेजी के साथ 77,141 के लेवल पर कारोबार कर रहा है।
दरअसल, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण होते ही ट्रंप ने ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरु कर दिए हैं। बाजार के जानकारों के मुताबिक ट्रंप 2.0 ने अपने संभावित आर्थिक फैसलों पर ज्यादा स्पष्टता के बिना शुरुआत की है। जिसका असर भारतीय बाजार पर दिखा है। वहीं कनाडा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का असर भी भारतीय बाजार पर दिखा है।
बाजार को लगी ट्रंप के फैसलों की नजर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के पड़ोसी देशों पर हायर ट्रेड टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद बाजार में भारी अस्थिरता आई। ट्रंप ने गद्दी संभालने के कुछ ही घंटों के भीतर पड़ोसी देशों पर व्यापार शुल्क लगाने की योजना का ऐलान किया है। ट्रंप ने ऐलान किया कि उनकी सरकार 1 फरवरी से जल्द ही मैक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है। जिसका असर आज भारतीय शेयर बाजार पर हुआ, विदेशी निवेशक बिकवाल हुए और बाजार क्रैश कर गया।
शपथ से पहले उछला था बाजार
डोनाल्ड ट्रम्प की शपथ के बाद जहां बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है वहीं बीते दिन शपथ से पहले शेयर बाजार में तेज उछाल थी। सोमवार को सेंसेक्स अपने पिछले बंद के मुकाबले करीब 300 अंक चढ़कर 76,978.53 के लेवल पर खुलने के बाद करीब 700 अंक की तेजी लेकर 77,318.94 के स्तर तक गया था और अंत में 454.11 अंक उछलकर 77,073.44 पर क्लोज हुआ था।
सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयर
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जोमैटो, अदाणी पोर्ट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और भारती एयरटेल के शेयर नुकसान में रहे। अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, सन फार्मास्युटिकल्स, आईटीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और लार्सन एंड टूब्रो के शेयर लाभ में रहे।