-पूर्ववर्ती सरकार में समाजवादी नेता नवाब सिंह यादव और अधिकारियों पर लगाया घोटाले का आरोप
-तिवारी कॉलेज में फर्जी छात्रों के नाम पर निकाली गई छात्रवृत्ति, हजारों छात्रों का पैसा हड़पने का आरोप
लखनऊ: तिवारी कॉलेज (Tiwari College) के वरिष्ठ समाजसेवी और अनभूर्णा नगर तिवारी कॉलेज के निवासी अखंड प्रताप सिंह (Akhand Pratap Singh) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister) को एक पत्र लिखकर कॉलेज में हुए छात्रवृत्ति घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने पूर्व समाजवादी पार्टी के नेता नवाब सिंह यादव और उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्र 2013–2014 से 2015–2016 के बीच सैकड़ों छात्रों के नाम पर फर्जी छात्रवृत्ति निकाली गई।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि समाजवादी नेता नवाब सिंह यादव और उनके परिजनों ने फर्जी नामों से छात्र तैयार कर छात्रवृत्ति की भारी धनराशि निकाली। तिवारी कॉलेज के प्रबंधक रहते हुए उन्होंने छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति के पैसे अपने निजी खातों – 7602011100001320 और 760220110000058 में जमा कराए।
शिकायतकर्ता अखंड प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि इन नामों में से कई छात्र आज तक कॉलेज में पढ़े ही नहीं, और कुछ के तो प्रमाण पत्र भी कॉलेज में मौजूद नहीं हैं। वहीं कई छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि का कोई लाभ नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से यह पूरा फर्जीवाड़ा अंजाम दिया गया है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि संबंधित अधिकारी आज भी अपनी कुर्सियों पर कायम हैं और मामले में किसी प्रकार की कठोर कार्रवाई नहीं की गई।
मुख्य मांगें हैं कि,मामले की CBI जांच कराई जाए।दोषियों को जल्द से जल्द जेल भेजा जाए।छात्रों को उनका वास्तविक लाभ दिलाया जाए। अखंड प्रताप सिंह ने पत्र में मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि इस प्रकार के संगीन मामलों पर यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो शिक्षा व्यवस्था और सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो सकते हैं।