अंबेडकर नगर: जिले की बहुप्रतीक्षित हवाई पट्टी (airstrip land) परियोजना अब भ्रष्टाचार के दायरे में आ गई है। आरोप है कि इस परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई सरकारी जमीन को कलेक्ट्रेट (collectorate) के एक वरिष्ठ स्टेनो और उनके परिजनों द्वारा निजी स्वार्थवश बेचा गया है।
सूत्रों के अनुसार, सार्वजनिक उपयोग के लिए आरक्षित भूमि को फर्जी तरीके से व्यक्तिगत नामों पर स्थानांतरित कर, फिर आगे बिक्री कर दी गई। इस पूरे घोटाले में जिला प्रशासन के कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता उजागर हो रही है। हालांकि, आरोपी अब भी सेवा में सक्रिय हैं, जिससे जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि भ्रष्ट कर्मचारियों को त्वरित प्रभाव से निलंबित किया जाए ताकि जांच को प्रभावित न किया जा सके।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता, वकील और जनप्रतिनिधि इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह मामला सिर्फ ज़मीन नहीं, बल्कि जनहित और सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता से जुड़ा है। प्रशासन द्वारा प्रारंभिक जांच जारी है और यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।