16 C
Lucknow
Thursday, November 21, 2024

सावन के तीसरे सोमवार पर अपरा काशी में विशेष पूजा अर्चना

Must read

यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। सावन मास के तीसरे सोमवार को अपरा काशी (फर्रुखाबाद) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। कांवडिय़ों और भक्तों ने भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की और जलाभिषेक किया। पूरे शहर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिला।सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, और भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दौरान भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं और शिवालयों में जाकर जलाभिषेक करते हैं। सावन के सोमवार को शिवभक्त विशेष रूप से पूजा-अर्चना करते हैं और मंदिरों में भीड़ उमड़ती है।फर्रुखाबाद स्थित अपरा काशी शिवालय अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है। यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस पवित्र स्थल पर सावन मास में खास आयोजन किए जाते हैं, जिसमें कांवड़ यात्रा, जलाभिषेक और भंडारे का आयोजन शामिल है।इस सोमवार को अपरा काशी में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी रोशनियों और फूलों से सजाया गया था। पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण और हवन के साथ विशेष पूजा संपन्न हुई। श्रद्धालुओं ने पवित्र जल और बेलपत्र से भगवान शिव का अभिषेक किया। सुबह से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ उमडऩी शुरू हो गई थी। कांवड़ लेकर आने वाले श्रद्धालु हर-हर महादेव के जयकारों के साथ जलाभिषेक करते दिखे। भक्तों ने लंबी कतारों में खड़े होकर भगवान शिव के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की थी, जिसमें पेयजल, सुरक्षा और साफ-सफाई का खास ख्याल रखा गया।सावन मास के तीसरे सोमवार को अपरा काशी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। स्थानीय कलाकारों ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया और भक्ति संगीत प्रस्तुत किया। इन कार्यक्रमों ने भक्तों की आस्था को और भी प्रगाढ़ किया।दिन भर चलने वाली पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। सावन मास के इस पावन अवसर पर अपरा काशी में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना ने श्रद्धालुओं को एक अलौकिक अनुभव प्रदान किया। भक्तों ने पूरे मनोयोग से भगवान शिव की आराधना की और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना की।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article