यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। सरकारी तालाबों पर हो रहे अवैध कब्जों को लेकर प्रशासनिक शिथिलता सामने आई है, खासतौर पर सदर तहसील क्षेत्र में। राजस्व विभाग के कुछ कर्मियों द्वारा वेदखली की कार्यवाही की गई थी, लेकिन इसके बावजूद कब्जे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुंडों की मनमानी और उनकी खुलेआम अवैध गतिविधियों के चलते स्थानीय निवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, तालाबों पर कब्जे को लेकर सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर राजस्व विभाग की उदासीनता ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। राजस्व कर्मियों की इस शिथिलता के चलते प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। तालाबों पर अतिक्रमण करने वाले खुलेआम कब्जे करने में लगे हुए हैं, जबकि प्रशासनिक कार्यवाही की गति बेहद धीमी नजर आ रही है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने के आदेश तो दिए जाते हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन सुस्त है। कुछ जगहों पर वेदखली की कार्रवाई हुई है, लेकिन पर्याप्त नहीं है, और इस वजह से गुंडों का हौसला बढ़ता जा रहा है।
इस स्थिति में, सरकारी तालाबों की रक्षा के लिए मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि प्राकृतिक संसाधनों पर होने वाले अवैध कब्जे रोके जा सकें।