यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर फर्रुखाबाद। केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की दोगुनी आय करने की बात कहते हैं। तो किसान खुश हो जाते हैं लेकिन किसानों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत है उर्वरक जो किसानों को समय से नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण किसान आलू की फसल की बुवाई करने में असमर्थ दिखाई दे रहा है। जिले में डीएपी खाद की किल्लत नजर आ रही है।
जिसके कारण किसान इधर-उधर भटकने पर मजबूर हैं। आलू की अगैती फसल खाद न मिलने के कारण पिछड़ रही है। अगर प्राइवेट डीएपी कहीं मिल जाती है तो दुकानदार एमआरपी रेट से बढ़ाकर?100 से लेकर 150 रुपए बिक्री कर रहे है। जिसके कारण किसान घुन की तरह पिसते नजर आ रहे हैं किसान परेशान है। किसानों ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो फसले कैसे तैयार होगी।
बात करे तो विकासखंड राजेपुर के न्याय पंचायत बार बनी साधन सहकारी समितियों पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है बताया जा रहा है कि ब्लॉक क्षेत्र की सभी न्याय पंचायतों में जैसे अमृतपुर, हरसिंहपुर गहलवार, अमैयापुर, पिथनापुर, हुसैनपुर हडाई समेत दर्जनों साधन सहकारी समितियों का निर्माण कराया गया था। लेकिन अब वह सफेद हाथी नजर आ रही है। बीते दिन जिले के अधिकारियों ने कहा था जिले में कोई भी खाद की कमी नहीं है। लेकिन सवाल उठता है अगर कमी नहीं है तो खाद क्यों नहीं मिल पा रही है। किसान परेशान है। तथा खाद समस्या को लेकर जिले के जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुए हैं।