भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी की बैठक में केंद्रीय बैंक ने बड़ा फैसला लेते हुए लोन
लेने वाले ग्राहकों को एक बार फिर बड़ी राहत दी है। आरबीआई ने रेपो रेट को 50 बेसिस पॉइंट घटा दिया है। जिसके बाद अब रेपो रेट 6 फीसदी से नीचे 5.50% पर आ गया है। यह रेपो रेट में लगातार तीसरी बार में कटौती है। इससे बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई अब और भी कम हो जाएगी। इससे पहले पिछली दो एमपीसी बैठकों में भी ब्याज दरें 25-25 बेसिस पॉइंट घटाई गई थीं।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, “मौद्रिक नीति समिति ने 4, 5 और 6 जून को बैठक की, जिसमें नीतिगत रेपो दर पर विचार-विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया। साथ ही, विकसित हो रहे वृहद आर्थिक और वित्तीय विकास तथा आगे के आर्थिक परिदृश्य का विस्तृत आकलन किया गया। एमपीसी ने तत्काल प्रभाव से नीतिगत रेपो दर को 50 आधार अंकों से घटाकर 5.5 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।”
आरबीआई गवर्नर ने कहा, “मैं अब इन निर्णयों के पीछे के तर्क को संक्षेप में बताऊंगा। पिछले छह महीनों में मुद्रास्फीति में काफी कमी आई है, जो अक्टूबर 2024 में सहनीय बैंड से ऊपर से लक्ष्य से काफी नीचे आ गई है। नवीनतम संख्याएं 3.2 प्रतिशत हैं, जिसमें व्यापक आधार पर नरमी के संकेत हैं। निकट-अवधि और मध्यम अवधि के दृष्टिकोण से अब हमें न केवल 4 प्रतिशत लक्ष्य के साथ हेडलाइन मुद्रास्फीति के टिकाऊ संरेखण का विश्वास है, जैसा कि आप जानते हैं कि हमने पहले इस वर्ष के लिए 4 प्रतिशत की औसत मुद्रास्फीति का अनुमान लगाया था, जैसा कि पिछली बैठक में कहा गया था, बल्कि यह विश्वास भी है कि वर्ष के दौरान, यह अब लक्ष्य से थोड़ा कम रहने की संभावना है।