श्रीलंका: श्रीलंका टूरिज़्म (sri lanka tourism) भारत (India) के प्रमुख बाज़ारों में देश के विविध पर्यटन आकर्षणों को प्रमुखता से प्रस्तुत करते हुए, भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु अपनी प्रचार रणनीति को तेज कर रहा है। इसी कड़ी में 23, 25 और 27 जून को लखनऊ (Lucknow), चंडीगढ़ और जयपुर में एक श्रृंखला के अंतर्गत बी2बी रोडशो और नेटवर्किंग शामों का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से, श्रीलंका टूरिज़्म प्रमोशन ब्यूरो (SLTPB) और श्रीलंका कन्वेंशन ब्यूरो (SLCB) द्वारा इन आयोजनों को अंजाम दिया जा रहा है, ताकि श्रीलंका को वर्षभर उपयुक्त और हर प्रकार के पर्यटकों के लिए आदर्श गंतव्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।
ये कार्यक्रम श्रीलंका के पर्यटन उद्योग, विविध आकर्षणों, लचीलापन और विकास को उजागर करेंगे तथा भारत-श्रीलंका के बीच संबंधों को और मजबूत बनाएंगे। विदेश मामलों, प्रवासी श्रमिकों और पर्यटन मंत्री श्री विजीथा हेराथ तथा पर्यटन उप मंत्री प्रो. रुवान रणसिंघे के नेतृत्व में, SLTPB और SLCB के वरिष्ठ अधिकारियों सहित श्रीलंका पर्यटन क्षेत्र से जुड़े 35 से अधिक प्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल इन कार्यक्रमों में भाग ले रहा है। प्रतिनिधिमंडल में डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियाँ (Leisure और MICE), अग्रणी होटल व रिसॉर्ट्स, टूर ऑपरेटर एवं सेवा प्रदाता शामिल हैं।
भारतीय उद्योग जगत के समकक्षों के साथ B2B बैठकें आयोजित की जाएंगी। प्रत्येक शहर में 200 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे जिनमें भारतीय ट्रैवल एजेंट्स, उद्योग के प्रमुख व्यक्ति और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। यह पहल भारत और श्रीलंका के बीच पर्यटन सहयोग को नए आयाम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत लगातार श्रीलंका के लिए शीर्ष स्रोत बाजार बना हुआ है। जनवरी से मई 2025 के अंत तक, श्रीलंका ने कुल 10,29,803 पर्यटकों का स्वागत किया, जिनमें से 2,04,060 पर्यटक भारत से थे। यह 20% की हिस्सेदारी दर्शाता है और दोनों देशों के बीच गहराते पर्यटन संबंधों को उजागर करता है। श्रीलंका की पर्यटन आय पहले छह महीनों में ही USD 1.54 बिलियन पार कर चुकी है।
प्रस्तुतियों और संवादों के माध्यम से, कार्यक्रम में श्रीलंका की सुरम्य भूमि, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गर्मजोशी से भरपूर स्वागत को दर्शाया जाएगा, जो पर्यटकों को बार-बार आने के लिए प्रेरित करेगा। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को श्रीलंका के विविध पर्यटन प्रस्तावों की झलक दी जाएगी – जैसे कि स्वच्छ समुद्र तट, प्राचीन मंदिर, साहसिक पर्यटन और विलासिता, जो द्वीप देश को पर्यटन क्षेत्र में एक नए युग की ओर ले जाएगा।