यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। श्री रामलीला मंडल द्वारा आयोजित राम बारात शोभा यात्रा ने देर रात तक नगर में धूम मचाई। भव्य सजाए गए रथों और शानदार बिजली व्यवस्था के बीच इस यात्रा का आयोजन धूमधाम से किया गया।
पिछले कई दशकों से फर्रुखाबाद में राम बारात शोभा यात्रा का आयोजन बड़े उत्साह के साथ होता आ रहा है। आसपास के क्षेत्रों में भी इस प्रकार की रामबरस शोभा यात्रा का आयोजन किया जाता है, लेकिन कायमगंज की साझी और फर्रुखाबाद नगर की रामप्रसाद शोभा यात्रा अपनी विशेष पहचान रखती है।
यात्रा का आरंभ रेलवे रोड स्थित सरस्वती भवन से हुआ, जहां भगवान गजानन का भव्य रथ निकाला गया। नगरवासियों ने प्रथम पूज्य देव गणेश की आरती उतारी और मोदक का प्रसाद वितरित किया। इसके बाद भगवती दुर्गा का रथ भी शोभा यात्रा का विशेष आकर्षण बना, क्योंकि इस समय नवदुर्गा का व्रत चल रहा था। भक्तों ने मां दुर्गा के स्वरूप को नमन किया और उन पर पुष्प वर्षा की।
शोभायात्रा में हापुड़ और गाजियाबाद के बैंडों ने रामधुन गाई, जिससे पूरा वातावरण श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। काली अखाड़ा, स्पेशल डी. जे., भगवान शिव की झांकी, हनुमान जी की झांकी, इंद्रदेव की झांकी, और भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और राजा दशरथ की झांकियों ने यात्रा की शोभा बढ़ाई।
यात्रा सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकली, फिर भी कुछ मारपीट की घटनाएं सामने आईं। यह यात्रा सरस्वती भवन से शुरू होकर चौक, लोहाई रोड, गुदरी पक्का पुल, पुन: चौक, नेहरू रोड, और लासराय होते हुए जनकपुरी के रूप में सजाए गए लिंजीगंज पहुंची, जहां भगवान श्री राम और माता सीता का चारों भाइयों के साथ विवाह संपन्न हुआ।
लिंजीगंज को भव्य तरीके से सजाया गया था, जहां संकीर्तन के स्वर रातभर गूंजते रहे। नेहरू रोड पर भव्य लाइटिंग व्यवस्था की गई, जिससे सारा इलाका जगमगाता रहा। हालांकि, हरे रंग के उदार लगाने को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध व्यक्त किया, लेकिन हिंदू नेताओं ने इसे शांत किया। विद्युत कर्मियों ने स्पष्ट किया कि हरे रंग के उदार जानबूझकर नहीं लगाए गए थे।