यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर फर्रुखाबाद। प्रदेश सरकार अवैध कब्जों को लेकर सख्त रुख अख्तियार किए हुए है। किसी भी भूमि पर अगर दबंगों ने कब्जा किया है और वह भूमि सरकारी है तो वह अपनी खैर ना समझे।
प्रदेश सरकार ने गद्दी संभालते ही यह चेतावनी जारी कर दी थी कि भू माफिया और गुंडागर्दीगर्दी करने वाले लोग या तो जेल के अंदर चले जाएं या फिर प्रदेश से बाहर हो जाएं। इसी शक्ति के चलते प्रदेश में भू माफियाओं का अंत अब करीब आ चुका है। बीते दिवस जिलाधिकारी के संपूर्ण समाधान दिवस में अवैध कब्जे को लेकर कई शिकायतें आयी थी। जिसमें एक शिकायत अमृतपुर पुरानी पुलिस चौकी की भी थी। कस्बे के निवासी समाजसेवी संजीव कुमार पुत्र राधेश्याम ने पुरानी पुलिस चौकी पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जे की शिकायत की थी। जिसे संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी ने जांच कर कार्यवाही करने के आदेश दिए थे।आज इसी क्रम में नायब तहसीलदार कानून को लेखपाल चौकी इंचार्ज विमल कुमार सनोज यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और 64 डिसमिल पुलिस चौकी की आराजी की माप जो करने में लग गए। जब चौकी की नाप हो रही थी उस समय कुछ लोगों ने सरकारी काम में बाधा डालने की कोशिश की और लेखपाल व कानून को निलंबित करवाने की धमकी दी।
नायक तहसीलदार के सख्त रुक के चलते दबंग की एक न चाली और भूमि की पूरी पैमाइश की गई। अधिकारी ने बताया कि जल्दी शासन की मंशा के अनुरूप पुलिस चौकी की इस भूमि पर पुलिस के आवास बनेंगे और फिर यह भूमि आबाद हो जाएगी। जब पैमाइश चल रही थी उसी समय ही दबंगों से झड़प के चलते भीड़ इक_ा हो गई। परंतु राजस्व कर्मचारी और पुलिस ने कानून का सहारा लेते हुए जो रुक अख्तियार किया वह काबिले तारीफ था।
गांव के रहने वाले संभ्रांत नागरिकों को अब यह उम्मीद लगने लगी है कि जो पुलिस लोगों के नाजायज कब्जे छुड़वाती थी अब वह अपनी भूमि भी दबंग से छुड़वाने में कामयाब हो जाएगी। फिर इस 64 डिसमिल भूमि पर पुलिस के आवास बनकर तैयार हो जाएंगे। अभी इस भूमि पर एक हवालात एक कार्यालय और कई पेड़ खड़े हुए हैं। पुलिस और विभाग के कार्य की सराहना गांव के कई लोगों ने की और निर्माण कार्य में भरपूर मदद देने का वादा भी किया।