यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। अमृतपुर तहसील क्षेत्र में इन दिनों गंगा की बाढ़ का कहर बना हुआ है।दर्जनों गांव के साथ हजारों बीघा फसल भी बाढ़ के पानी से बरबाद हो गई हैं।वही नासे की पुलिया के पास करीब 500 बीघा फसल को सुरक्षित करने के लिए ग्रामीण आगे आए।कई ग्रामीणों ने चंदा इक्कठा कर बांध बनाने का काम शुरू किया। जिसके पूरे हों और काफी फसल बाढ़ के पानी से सुरक्षित कर ली गई है।
तहसील क्षेत्र के खानपुर, चैनगंज गांव के खेतों में हर साल गंगा की बाढ़ का पानी आ जाता है।जिससे किसानों की मेहनत से बोई हुई फसले बरबाद हो जाती है।इस बार बाढ़ आने पर भी खेतों की तरफ पानी आना शुरू हुआ। खेतों में धान, उड़द, तिल सहित कई फसलें बोई जा चुकी थी।किसानों को प्रशासन से मदद मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी।जिसके बाद किसान नरसिंह, सतीश, सचिन ने कमेटी बनाकर ग्रामीणों ने चंदा इक्कठा शुरू किया।20 हजार रूपए तक इक्कठा होने के बाद जेसीबी मशीन से बांध बनाने का काम शुरू किया गया।इसके साथ ही बंधे को कई फीट ऊंचा करने के बाद मजबूत करने को ईट का रोड़ा भी बड़ी मात्रा में डाला गया।
किसानों ने बताया की प्रशासन से कई बार गुहार भी लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए इस वर्ष बाढ़ से फसल बचाने के लिए सभी लोगों ने खुद मिलकर ही बांध बनाने का निर्णय लिया। बांध बन जाने से काफी फसल सुरक्षित हो गई है। लेकिन ग्रामीणों ने बताया कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिला थकहार कर उन्हें स्वयं यहां कदम उठाना पड़ा।