मैं साथी विधायकों को क्या मुंह दिखाऊं,विधानसभा आने की मेरी हिम्मत नहीं पड़ रही: विद्यायक
लखनऊ ( प्रशांत कटियार)। भाजपा विधायक योगेश वर्मा ने हाल ही में सहकारी समिति चुनाव के दौरान अधिवक्ता अवधेश सिंह द्वारा सरेआम थप्पड़ मारे जाने की घटना के बाद विधानसभा में उपस्थित नहीं होने का निर्णय लिया है। विधायक ने कहा कि इस घटना ने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया है और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता, तब तक वह विधानसभा आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।योगेश वर्मा ने बयान दिया, “मुझे न्याय नहीं मिला, विधानसभा आकर क्या करूँगा? मैं अपने साथी विधायकों को क्या मुंह दिखाऊं?” उनका यह बयान इस मामले को लेकर उनकी मानसिक स्थिति और अपमान की भावना को स्पष्ट करता है। इस घटना ने भाजपा में हलचल पैदा कर दी है और विधायक की अनुपस्थिति पर राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है। योगेश वर्मा, जो कुर्मी समाज से हैं, खुद को इतना अपमानित महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने विधानसभा के सत्र में भाग लेने का निर्णय नहीं लिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना पार्टी की एकता पर भी सवाल खड़ा कर रही है। विधायक की मांग है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और उनकी प्रतिष्ठा को बहाल किया जा सके।
भाजपा नेतृत्व को अब इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी, वरना पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। विधायक की स्थिति को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि पार्टी को उनके साथ खड़े होकर इस मुद्दे का समाधान निकालना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।