कुर्मी समाज की एकजुटता और मजबूत नेतृत्व से मिला न्याय की ओर भरोसा, दबंगों पर कसा शिकंजा
लखनऊ/कानपुर। कर्तव्य पटेल की हत्या मामले में कुर्मी क्षत्रिय सभा और समाज की बढ़ती नाराजगी के बीच, प्रदेश सरकार में मंत्री और अपना दल (एस) के कद्दावर नेता आशीष पटेल के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने देर रात मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिससे पीड़ित परिवार और समाज में कुछ राहत की सांस ली गई है।
इससे पहले कुर्मी क्षत्रिय सभा के प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को ज्ञापन सौंपा था। लेकिन कोई सुनवाई नही हो सकी थी,सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव पटेल ने कहा था कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो लखनऊ में कैंडल मार्च निकालकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया जाएगा।
उधर समाज के जिम्मेदारों ने स्पष्ट कर दिया था कि कर्तव्य पटेल की हत्या से समाज में गहरा आक्रोश है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।
मंत्री आशीष पटेल पर समाज की उम्मीदें बढ़ीं
कर्तव्य पटेल हत्याकांड में पुलिस की ढिलाई को लेकर आक्रोशित कुर्मी समाज को मंत्री आशीष पटेल से नई उम्मीद जगी है। हाल ही में उन्होंने कानपुर नगर के थाना बिल्हौर के गांव खासपुर में एक दबंग पूर्व प्रधान और उसके साथियों द्वारा पूरे गांव को आतंकित किए जाने पर कड़ा एक्शन लिया था। आशीष पटेल के प्रयासों से आरोपियों को जेल भेजा गया, जिससे स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना जागृत हुई।
अब उनके लखनऊ स्थित आवास पर प्रदेश भर से सजातीय समाज के लोग न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचने लगे हैं। लोग उन्हें समाज के एक मजबूत और प्रभावशाली प्रतिनिधि के रूप में देखने लगे हैं, जो अन्याय के विरुद्ध निडरता से खड़े हैं।
कर्तव्य पटेल की हत्या पर जिस प्रकार कुर्मी समाज एकजुट होकर आवाज़ उठा रहा है, वह सामाजिक चेतना और न्याय के लिए संघर्ष की मिसाल बन रही है।
इस प्रकरण में मंत्री आशीष पटेल की सक्रियता, कुर्मी क्षत्रिय सभा की कड़ी भूमिका और पीड़ित परिवार के साथ समाज का खड़ा होना, एक सकारात्मक संदेश दे रहा है।