फ़िरोज़ाबाद: 2 करोड़ रुपये की हाईवे डकैती मामले (highway robbery case) में यूपी पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। फ़िरोज़ाबाद पुलिस ने एक कांस्टेबल को गिरफ्तार (arrested) कर लिया है जो घटना के बाद से फरार चल रहा था। कांस्टेबल मनोज कुमार को पुलिस ने कल यानी बीते मंगलवार की रात लगभग 1 बजे मक्खनपुर के बिल्टी गढ़ चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने उसके पास से 5 लाख रुपये नकद बरामद किए। इस गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या आठ हो गई है, जिनमें छह लुटेरे और दो पुलिसकर्मी शामिल हैं।
यह घटना मक्खनपुर के घुनपई गाँव के पास हाईवे पर हुई थी, जहाँ जीके कंपनी की एक वैन से 2 करोड़ रुपये की लूट हुई थी। 4 अक्टूबर को, पुलिस ने छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से 1.05 करोड़ रुपये नकद, एक आईफोन, एक नई मोटरसाइकिल, हथियार और दो कारें बरामद की थीं।डकैती के कथित मास्टरमाइंड को 5 अक्टूबर को पुलिस नकदी बरामदगी के लिए ले जा रही थी, लेकिन हथकड़ी लगे होने के बावजूद वह भागने में कामयाब रहा। बाद में उसी रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई।
जाँच के दौरान, यह पता चला कि डकैती की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में दो पुलिसकर्मी भी शामिल थे। वे गिरोह को पुलिस की गतिविधियों की हर पल की जानकारी दे रहे थे। डकैती के बाद, दोनों कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल अंकुर प्रताप सिंह और कांस्टेबल मनोज कुमार, कथित तौर पर एक कार से दिल्ली गए और चोरी की गई रकम का अपना हिस्सा लेकर लौट आए। अंकुर प्रताप सिंह को कल सुबह हाईवे पर रूपसपुर के पास श्री श्याम फैमिली ढाबा से गिरफ्तार किया गया।
अंकुर प्रताप सिंह अलीगढ़ जिले के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के खान आलमपुर गाँव के निवासी हैं। वह वर्तमान में आगरा के एत्मादुद्दौला थाना क्षेत्र के ए-423, ट्रांस यमुना कॉलोनी, फेज-1 में रहते थे। घटना के समय वह आगरा राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) में तैनात थे। आगरा पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल मनोज कुमार कल देर रात तक फरार थे। पुलिस चोरी की गई शेष राशि की बरामदगी और सभी आरोपियों की संलिप्तता की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए अपनी जाँच जारी रखे हुए है।