शाहजहांपुर अल्हागंज। नगर से पांच किलो मीटर दूर जलालाबाद फर्रुखाबाद स्टेड हाइवे किनारे चिलौआ गांव में स्थित मां काली माता देवी मंदिर पर हर वर्ष चैत्र शुक्ल की तेरस से शुरू होने वाले तीन दिवसीय मेले की तैयारियां शुरू हो गई है। मेला प्रबंधक प्रवेश मिश्रा ने बताया मेले की व्यवस्थाएं लगभग अंतिम चरण में है। मैदान में साफ सफाई के साथ दुकानें लगने लगी है। बिजली पानी की व्यवस्थाएं भी पूरी हो गई है।
मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस कर्मीयों की मौजूदगी रहेगी। गुरुवार से शुरू हो रहा मेला शनिवार तक चलेगा। मेला पांडवकालीन ऐतिहासिक है मान्यता है कि इस गांव में अज्ञात वनवास के दौरान पांडवों ने यहां कुछ समय अपना समय बिताया था।
गांव में मां काली माता देवी की प्रतिमा की स्थापना कर पूजा अर्चना करते थे। बाद में ग्रामीणों ने मंदिर का निर्माण करवाकर पूजा अर्चना शुरू कर दी।
चैत्र शुक्ल पक्ष की तेरस को लगने वाले मेले में दूर दराज से आने वाले भक्त मां काली को टेसू के फूल चुनरी चढ़ाते हैं ओर मन्नत मांगते है श्रदालुओं का ऐसा दावा है। कोई भी भक्त मां के दरबार से कभी खाली हाथ नहीं जाता। मनौती पूरी होने पर श्रद्धालु मुंडन संस्कार, अन्न परासन कन्या भोज मंदिर परिसर में हवन पूजन के साथ भंडारे का आयोजन करवाते हैं।