कराची। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution) से हालात बदतर हो गए हैं। पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ख़तरनाक स्तर पहुंचने के कारण अगले सप्ताह तीन दिनों के लिए लाहौर और मुल्तान में पूरी तरह लॉकडाउन लागू कर दिया है। पंजाब प्रांत के दो शहरों लाहौर और मुल्तान में पूरी तरह लॉकडाउन लगा दिया गया है। प्रदूषण से हालात इतने बदतर हैं कि मुल्तान शहर में AQI 2000 पार कर गया है, जबकि लाहौर में लगातार AQI 1100 के पार बना हुआ है।
पाक मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब सरकार ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर पहुंचने के कारण लाहौर और मुल्तान में पूरी तरह से लॉकडाउन लागू कर दिया है। ARY न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब की राजधानी लाहौर और मुल्तान की स्थिति सबसे खस्ता हो गई है। यहां का कुछ ही दिनों में दो बार 2000 से ऊपर चला गया है। लाहौर इस वजह से दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है।
पंजाब की वरिष्ठ प्रांतीय मंत्री मरियम औरंगजेब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में धुंध और प्रदूषण से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों पर बल देते हुए कहा है कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य पर संकट आ चुका है और लोग सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने इसकी तुलना कोविड-19 के दौरान अनुभव किए गए खतरों से की है। पंजाब सरकार ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए उच्चतर माध्यमिक स्तर तक के स्कूलों को 24 नवंबर तक बंद करने की घोषणा की है
पड़ोसी देश के पंजाब प्रांत में सिर्फ़ एक हफ्ते में 600,000 से अधिक लोग प्रदूषण जनित बीमारियों से प्रभावित हुए हैं। पिछले एक हफ्ते में 65,000 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इसे देखते हुए प्रांतीय सरकार ने पैरामेडिकल स्टाफ़ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और ओपीडी का समय रात 8 बजे तक बढ़ा दिया है।
इसके अलावा पाकिस्तान के पेशावर और खैबर पख्तुन्ख्वा में भी हेल्थ इमरजेंसी लागू कर दी गई है। पंजाब में लॉकडाउन के दौरान स्कूल-कॉलेज बंद करने के अलावा सभी तरह की यायायात सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं, जबकि होटल-रेस्टोरेंट को रात आठ बजे के बाद बंद रखने का निर्देश दिया गया है। सभी प्राइवेट दफ्तरों को 50 फीसदी वर्क फोर्स के साथ चलाने का आदेश दिया गया है।
आर्टिफिशियल बारिश का प्रयास और अंतरराष्ट्रीय चर्चा
पाकिस्तान के पेशावर और खैबर पख्तूनख्वां इलाकों में हेल्थ इमरजेंसी घोषित की गई है। धुंध कम करने के लिए कुछ इलाकों में आर्टिफिशियल बारिश का भी प्रयास किया गया। COP 29 सम्मेलन में पाकिस्तान ने वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया है। पाकिस्तान में प्रदूषण का यह संकट भारत के हालातों की याद दिलाता है, जहां दिल्ली-NCR में भी “गैस चैंबर” जैसे हालात बने हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को प्रदूषण से निपटने में देरी को लेकर फटकार लगाई है।यह प्रदूषण का स्तर स्वास्थ्य के लिए COVID-19 जैसी गंभीर चुनौती बनता जा रहा है, और इस पर तत्काल उपायों की आवश्यकता है।