राकेश टिकैत करेंगे फर्रुखाबाद का दौरा, किसान आंदोलन को मिल सकता है नया मोड़
फर्रुखाबाद: Link Expressway से प्रभावित किसानों (farmers affected) के समर्थन में आज संगठन की ओर से एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। बैठक में किसानों ने अपनी पीड़ा साझा की और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शाक्य ने कहा कि “किसानों की जमीन को उनकी मर्जी के बिना कोई नहीं ले सकता। ये संविधान और कानून के खिलाफ है।” उन्होंने कहा कि किसानों के अधिकारों की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ी जाएगी।
कानपुर मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मी शंकर जोशी ने जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “जनपद फर्रुखाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे क्यों नहीं बनाया गया? नेताओं को इसका जवाब देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि लिंक एक्सप्रेसवे निर्माण से पहले किसानों से सीधी वार्ता होनी चाहिए। जिला अध्यक्ष अजय कटियार ने बैठक को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि “लिंक एक्सप्रेसवे की लड़ाई लंबी होगी, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे। हमारे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत जी भूमि अधिग्रहण की लड़ाई में अनुभवी हैं और वे जल्द ही फर्रुखाबाद आएंगे। हम किसानों की जमीनों पर डाका नहीं डालने देंगे।”
बैठक में संगठन के कई प्रमुख पदाधिकारी और किसान मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
जिला संरक्षक छविनाथ शाक्य
पूर्व मंडल सचिव अफरोज मंसूरी
जिला उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मिश्रा, जगन्नाथ शाक्य
जिला प्रवक्ता गोपी शाक्य
जिला कोषाध्यक्ष विमलेश शाक्य
जिला महासचिव अभय यादव
जिला मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा
जिला सचिव सुग्रीव पाल
अन्य पदाधिकारी: पुजारी कटियार, संजय यादव बिजनेश, अरविंद गंगवार, अंकित राजपूत, रामबिलास राजपूत, अनीश सिंह, सोनू सोमवंशी, कमलेश शाक्य, शिवराम शाक्य, सतीश कठेरिया, अजीत कुमार उर्फ टिंकू यादव, रजत गंगवार इन सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि लिंक एक्सप्रेसवे के नाम पर किसानों की जमीनों की जबरन खरीद-फरोख्त बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और यदि आवश्यक हुआ तो आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।


