बदायूं। जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। मुरादाबाद में दैवीय आपदा अधिकारी के पद पर कार्यरत सुरजीत गौतम (32 वर्ष) का शव उनकी लॉक कार में संदिग्ध हालत में मिला। उनके सीने पर गोली लगी थी, जिससे आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से आत्महत्या की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
घर से मुरादाबाद के लिए निकले थे सुरजीत
मूल रूप से कासगंज के मोहल्ला जयजय रामवली कॉलोनी निवासी सुरजीत गौतम बीते डेढ़ साल से मुरादाबाद में दैवीय आपदा अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। वे हाल ही में घर छुट्टी पर आए थे और रविवार को मुरादाबाद के लिए रवाना हुए थे।
परिजनों के अनुसार, जब सुरजीत घर से निकले तो उनकी पत्नी से फोन पर बातचीत हो रही थी, लेकिन कुछ देर बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। इस पर परिवार को चिंता हुई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस द्वारा लोकेशन ट्रेस करने पर इस्लामनगर क्षेत्र में उनकी कार खड़ी मिली।
जब परिजन और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे, तो देखा कि सुरजीत अपनी इयोन कार के अंदर मृत अवस्था में पड़े थे।
कार के दरवाजे लॉक थे, जिसे खोलने के बाद पता चला कि उनके सीने पर गोली लगी थी।
पास में ही लाइसेंसी पिस्टल पड़ी मिली, जिससे आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रारंभिक जांच में पुलिस घरेलू क्लेश को आत्महत्या की वजह मान रही है। हालांकि, मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है।
सुरजीत गौतम की अचानक मौत से परिवार सदमे में है। उनके दो छोटे मासूम बच्चे हैं, जो अब अनाथ हो गए हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।