यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि महाराज की गिरफ्तारी की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। गंगा सेवक प्रदीप नारायण शुक्ल पर हमले के मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस मेला श्री रामनगरिया के समापन के बाद उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।
इस पूरे मामले को लेकर हिंदूवादी संगठनों में भारी आक्रोश है। वहीं, भाजपा के एक प्रांतीय नेता द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने की भी खबरें सामने आई हैं। दूसरी ओर, महंत सत्यगिरि महाराज ने प्रशासन पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्रवाई दुर्वासा आश्रम के महंत ईश्वर दास महाराज के इशारे पर की गई है।
इस पूरे विवाद से आहत महंत सत्यगिरि महाराज ने घोषणा की है कि वह 10 फरवरी को दोपहर बाद पांचाल तट पर जिंदा समाधि लेंगे। उन्होंने इसे अपने अखाड़े के लिए अपमानजनक घटना करार दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस सत्यगिरि महाराज की हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रही है। जैसे ही मेला समाप्त होगा और वे अपने आश्रम बरेली के लिए रवाना होंगे, उनकी गिरफ्तारी तय मानी जा रही है। प्रशासन किसी भी संभावित विवाद से बचने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहा है।
इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन फिलहाल माहौल गरमाया हुआ है और गंगा सेवक के पक्ष में हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन की आशंका भी बनी हुई है।
उधर करणी सेना वही सोशल मीडिया के जरिए सत्यागिरी महाराज के समर्थन का ऐलान किया है जिससे दो वर्गों की आपसी खुन्नस को हवा मिल रही है।
उधर पुलिस सत्यगिरी महाराज की गिरफ्तारी की लगभग तैयारियां पूरी कर चुकी है। अभी मेला आयोजन के दौरान कोई बखेडा न खडा हो इस लिए पुलिस शांत है। वहीं स्थानीय पुलिस इस बार जातिवाद के नारे को हावी नही होने देने के लिए सारे जोर लगाये है।
मेला समाप्त होते ही हो सकती है महंत सत्यगिरी की गिरफ्तारी
