पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC ) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) रद्द करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने रविवार को बिहार बंद का आह्वान किया, जिसके तहत छात्र युवा शक्ति के बैनर तले बड़ी संख्या में छात्र और युवा सड़कों पर उतर आए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने पटना के अशोक राजपथ पर टायर जलाकर सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। बंद समर्थक न केवल पटना, बल्कि हाजीपुर, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल और अन्य शहरों में भी सड़कों पर उतरे। इन प्रदर्शनकारियों ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगजनी की और अपनी मांगों को लेकर दृढ़ता से खड़े रहे।
छात्र नेता मनीष यादव ने कहा कि “हम बीपीएससी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने के लिए पहले से ही संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार ठंड के मौसम में लाठियां बरसा रही है और पानी की बौछार कर रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आत्मदाह करने का भी विचार कर रहे हैं, लेकिन छात्रों के मुद्दे पर पीछे नहीं हटेंगे।
युवाओं का कहना है कि यह केवल चार लाख छात्रों का सवाल नहीं है, बल्कि 13 करोड़ लोगों की बात है। पप्पू यादव के समर्थकों ने पटना जिले के बाढ़ में भी जाम कर प्रदर्शन किया, वहीं गया में भी टायर जलाकर विरोध जताया गया। युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने गया के सिकरिया मोड़ पर सड़क को जाम किया और विभिन्न मुख्य मार्गों पर प्रदर्शन किया।
पप्पू यादव ने स्पष्ट रूप से अपनी मांगें रखी हैं कि बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द किया जाए और फिर से परीक्षा आयोजित की जाए।छात्रों के खिलाफ जो मामले दर्ज किए गए हैं, उन्हें भी हटाया जाए।उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन जारी रहेगा। इस बंद को कई छोटी पार्टियों का समर्थन भी प्राप्त है, जिससे यह आंदोलन और भी व्यापक हो गया है।