प्रयागराज। संगमनगरी में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ (Maha Kumbh) के लिए केंद्र और राज्य सरकारें जोर-शोर से तैयारियां कर रही हैं। केंद्र सरकार ने आयोजन के लिए 2100 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान राशि स्वीकृत की है, जिसमें से 1050 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है। इस राशि का उपयोग महाकुंभ को भव्य, दिव्य और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए होगा। इसके साथ ही यूपी सरकार ने पहले से ही 5435 करोड़ रुपये के बजट के साथ 421 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज को एक आधुनिक और स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। रेलवे ओवरब्रिज, सड़कों का चौड़ीकरण, कटाव निरोधक कार्य, चौराहों का सौंदर्यीकरण और श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। गंगा किनारे रिवरफ्रंट निर्माण और स्वच्छता के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। पूरे आयोजन को डिजिटल और पर्यावरण-अनुकूल बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की औपचारिक शुरुआत करेंगे। उनके आगमन के दौरान 6500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा। इनमें अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर और भरद्वाज मंदिर कॉरिडोर जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट शामिल हैं। संगम नोज पर संगम पूजन और गंगा आरती के साथ प्रधानमंत्री श्रद्धालुओं के लिए इस आयोजन को और खास बनाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा करेंगे। वे महाकुंभ से जुड़ी परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे और तैयारियों की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 90% से अधिक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उनका दौरा अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले सभी तैयारियां पूरी करनी होंगी।
महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तत्परता से कार्य कर रही हैं। प्रयागराज को आधुनिकता और आध्यात्मिकता का केंद्र बनाने की दिशा में यह आयोजन एक मिसाल बनेगा। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करते हुए इसे स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल महाकुंभ के रूप में प्रस्तुत करने का लक्ष्य रखा गया है।