यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। जिले में अपराध और माफिया राज पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कुख्यात माफिया अनुपम दुबे के करीबी सहयोगियों और फाइनेंसरों के खिलाफ बीती रात गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। यह कदम राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उठाया गया है, जिसमें माफिया और उनके सहयोगियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने अनुपम दुबे के जिन करीबी सहयोगियों और फाइनेंसरों पर मुकदमा दर्ज किया है, उनमें शामिल हैं:
विमलेश दुबे: अनुपम दुबे के काले धन के सफेद करने में मुख्य भूमिका निभाने वाला आरोपी है पुलिस और गहन सूत्रों के मुताबिक विमलेश ने ही माफिया अनुपम को मर्सडीज दे कर 80 लाख की आर्थिक मदद की थी। दुबे ने अवैध संपत्ति के माध्यम से कई महत्वपूर्ण सौदों को अंजाम दिया।
रच्छू ठाकुर उर्फ अनूप राठौर: माफिया अनुपम दुबे के लिए वित्तीय लेनदेन को संभालने और फर्जी कंपनियों के माध्यम से धन को सफेद करने का काम करता था। रच्छू पर भी कई आर्थिक अपराधों का आरोप है।
चीनू ठाकुर: अनुपम दुबे के गिरोह में शातिर अपराधी के रूप में जाना जाता है। चीनू ठाकुर पर कई हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल होने और माफिया को सुरक्षा प्रदान करने का आरोप है। एवम आवास विकास जैसी कालोनी के निकट कई कीमती मकानों पर अवैध मकान बना बिक्री की,यही सेट सरकारी तालाब पर भी राजस्व कर्मियों से सांठ गांठ कर कब्जा कर बेंच डाला,कई गरीब किसानो की जमीन भी कब्जा कर अनुपम की आड़ में बेची।
माफिया के फाइनेंसर के रूप में कार्यरत, अमित भदौरिया ने विमलेश और रच्चु की मदद से अनुपम दुबे के नेटवर्क को आर्थिक मदद दी, जिससे उनकी अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिला। पुलिस ने वादी पवन कटियार निवासी राजीव गांधी नगर कोतवाली फर्रुखाबाद की तहरीर पर धारा 386 (अवैध वसूली), धारा 420 (धोखाधड़ी), और धारा 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत इन सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि इन आरोपियों ने पिछले कुछ वर्षों में करोड़ों रुपये की अवैध धनराशि माफिया अनुपम दुबे के आपराधिक साम्राज्य को मजबूत करने के लिए प्रदान की थी। एसपी के आदेश पर मामले की जांच सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने की थी।कोतवाली फतेहगढ़ प्रभारी हरि श्याम सिंह ने मामले की गहनता से जांच शुरू की है,साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
उधर पुलिस ने इन आरोपियों की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही उनकी जब्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इसके अलावा, पुलिस अन्य संभावित सहयोगियों और फाइनेंसरों की भी पहचान कर रही है, जिनमे मनकु मिश्र, अमन दुबे कोटेदार ढिलावल और कई शामिल हैं,जो अनुपम दुबे के गिरोह से जुड़े हो सकते हैं।
फर्रुखाबाद के पुलिस अधीक्षक, आलोक प्रियदर्शी ने कहा, यह कार्रवाई माफिया राज के खिलाफ हमारी संकल्पबद्धता को दर्शाती है। हम किसी भी दोषी को बख्शने के मूड में नहीं हैं और जिले में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधियों पर तेजी से कार्रवाई की जा सके और जिले में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
इस मामले की जांच के तहत आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, और प्रशासन की इस कड़ी कार्रवाई से अपराधियों के हौसले पस्त होने की उम्मीद है।इसके अलावा कई पीडि़तों ने भी प्रशासन का दरवाजा खटकाया है,कई के इस गैंग ने लाखों डकार लिए।