यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल ने माफिया अनुपम दुबे के करीबी अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह को 5 साल के लिए निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई मेला समिति रामनगरिया और अन्य मामलों में लक्ष्मण सिंह के व्यावसायिक कदाचार की शिकायतों के बाद की गई है। आरोप है कि लक्ष्मण सिंह ने अनुपम दुबे के सहयोगी अवधेश मिश्रा के गुर्गे अनूप सिंह राठौड़ रच्छू के मामले में गैर-जमानती वारंट रुकवाने में भूमिका निभाई थी। इसके चलते बार काउंसिल ने उनकी गतिविधियों पर संज्ञान लेते हुए निलंबन का आदेश जारी किया।
मेला समिति रामनगरिया के व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बार काउंसिल में लक्ष्मण सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। आरोप था कि लक्ष्मण सिंह ने मेला समिति के कर्मियों से अवैध रूप से लाखों की उगाही की थी। इसी तरह, माफिया अनुपम दुबे से जमीन खरीदने के मामले में भी पुलिस ने अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह की जांच की थी।
बार काउंसिल द्वारा अधिवक्ता के निलंबन के बाद फर्रुखाबाद जिले में हड़कंप मच गया है। निलंबन पत्र जिला जज और जिलाधिकारी को भी भेजा गया है। अधिवक्ता के करीबियों के नाम भी बार काउंसिल की शिकायतों में सामने आए हैं, जिन पर आगे भी कार्रवाई की संभावना है। अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह पर सर्वोदय मंडल नामक समिति के माध्यम से शिकायतें दर्ज कराई गई थीं, जिसके चलते बार काउंसिल उत्तर प्रदेश ने इस गंभीर कदम को उठाया।अभी लक्ष्मण के साथी जगपाल सिंह पर पुलिस की नजर है।
माफिया अनुपम दुबे का करीबी अधिवक्ता 5 साल के लिए निलंबित, बार काउंसिल की कड़ी कार्रवाई से हड़कंप
