– लखपति दीदियाँ बनीं ग्रामीण स्वावलंबन की पहचान।
– सहज संस्था और प्रशासन के संयुक्त प्रयास से महिलाओं को मिला सम्मान।
– डीएम सम्भल ने किया लखपति दीदियों का हौसला अफज़ाई से सम्मान।
– गांव की महिलाएं बनीं करोड़ों की प्रेरणा, सहज ने दिए नए पंख।
– आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद: अब गाँव की दीदी भी बनीं लखपति।
अनुराग तिवारी,
सम्भल : डीआर रिसोर्ट, बहजोई: उत्तर प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत आज “लखपति दीदी सम्मान समारोह” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सहज दुग्ध उत्पादन संस्था और स्वत: रोजगार कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि सम्भल के जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया (IAS) रहे, जिन्होंने जिले की उन महिलाओं को सम्मानित किया जो दुग्ध उत्पादन, डेयरी व्यवसाय और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में मिसाल बनी हैं।
डॉ. पैंसिया ने अपने सम्बोधन में कहा:
“लखपति दीदियाँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इनकी मेहनत और समर्पण समाज को दिशा दे रहा है। हम ऐसे स्वावलंबी प्रयासों को सदैव प्रोत्साहित करते रहेंगे।”
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती नीलेश और श्रीमती सुनीता सहित कई महिलाओं को ₹4 लाख से अधिक की धनराशि के प्रतीक चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि महिलाओं की कठिन परिश्रम, लगन और स्थानीय समर्थन तंत्र की सफलता का परिचायक है।
इस सराहनीय पहल की प्रेरणा और संचालन के पीछे सहज कंपनी के सीईओ डॉ. प्रफुल्ल का नेतृत्व विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। डॉ. प्रफुल्ल ने कार्यक्रम में कहा:
“हमारा लक्ष्य हर गाँव की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। सहज संस्था महिलाओं को न केवल प्रशिक्षण देती है, बल्कि उन्हें विपणन, बैंकिंग और तकनीकी सहायता भी प्रदान करती है।”
कार्यक्रम की झलकियाँ में सैकड़ों महिलाओं की मौजूदगी में कार्यक्रम भव्यता से सम्पन्न हुआ। जिलाधिकारी ने स्वयं मंच से सम्मान स्वरूप चेक और प्रमाण पत्र वितरित किए। मंच पर CEO डॉ. प्रफुल्ल, सहायक आयुक्त (स्वरोजगार) और अन्य गणमान्यजन भी उपस्थित रहे। महिलाओं के चेहरों पर आत्मविश्वास और गर्व की झलक ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।
यह आयोजन‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025′ के तहत ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।