यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज, फर्रुखाबाद। विकासखंड कमालगंज कार्यालय परिसर में दो वर्ष पूर्व क्षेत्र पंचायत निधि से शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया था, जिसका भुगतान भी काफी समय पहले हो चुका है। परंतु आज तक शहीद स्मारक में कोई प्रतिमा स्थापित नहीं हो पाई है।
*जातीय समीकरणों का विवाद:
स्मारक में प्रतिमा स्थापित करने को लेकर जातीय समीकरणों के चलते असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। कुछ पदाधिकारी रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा लगवाने के पक्ष में हैं, वहीं कुछ महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने के पक्ष में हैं।
*घटिया निर्माण सामग्री:
कमीशन खोरी और ठेकेदार की लापरवाही के कारण शहीद स्मारक के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे स्मारक के टाइल्स टूट गए और लाइटें भी उखड़ गईं।
आंकड़ों का विवरण
*निर्माण समय- शहीद स्मारक का निर्माण दो वर्ष पूर्व पूरा हुआ था।
*बजट- सरकार की तरफ से क्षेत्र पंचायत निधि में प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपए का बजट आता है।
*लापरवाही- ठेकेदार की लापरवाही के कारण घटिया सामग्री का उपयोग किया गया।
नव आगंतुखंड विकास अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र पंचायत की बैठक में शहीद स्मारक की प्रतिमा का मुद्दा उठाया जाएगा और सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा कि किसकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
दो वर्षों से शहीद स्मारक की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया है और घटिया निर्माण सामग्री के कारण स्मारक की स्थिति खराब हो गई है। अब नव आगंतु खंड विकास अधिकारी द्वारा इस मुद्दे को सुलझाने की पहल की जा रही है।
सभी पदाधिकारी अपने जातीय नेताओं की मूर्ति लगाने के पक्षकार हैं, जबकि देश के शहीदों को शहीद स्मारक में स्थान देने के मूड में कोई नहीं दिखता।
यह मुद्दा प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है और इसका जल्द समाधान निकालना आवश्यक है।