यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। हिंदी साहित्य भारती के तत्वावधान में राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रखर प्रवक्ता और विश्व हिंदू परिषद के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, साहित्यकार डॉ. ब्रह्मदत्त अवस्थी के निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह सभा डॉ. प्रभात अवस्थी के आवास पर संपन्न हुई, जिसमें साहित्यकारों और गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी मृत आत्मा के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की।
सभा में वक्ताओं ने डॉ. अवस्थी के कार्यों और समाज के प्रति उनके योगदान की सराहना की। उन्हें एक प्रखर हिंदूवादी नेता, कुशल शिक्षक और उत्कृष्ट साहित्यकार के रूप में याद किया गया। उनके विचार और साहित्य ने समाज को दिशा और प्रेरणा दी।
डॉ. रामबाबू रत्नेश ने कहा कि डॉ. अवस्थी एक कुशल व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्होंने कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। अमृतपुर से आए डॉ. पी. डी. शुक्ला ने कहा कि अमृतपुर तहसील के नगला हूशा में जन्मे ब्रह्मदत्त अवस्थी ने समाज को विभिन्न प्रकार से दिशा दी और उनके निधन से अमृतपुर और फर्रुखाबाद क्षेत्र को अपूर्णीय क्षति हुई है।
इस अवसर पर आचार्य रामबाबू रत्नेश, भारती मिश्रा, डॉ. पी. डी. शुक्ला, श्रीनिवास मिश्रा, सरस्वती वर्मा, आलोक बिहारी शुक्ला, भूपेंद्र प्रताप सिंह, प्रेमसागर चौहान, अर्चना चौहान, राममुरारी शुक्ला, आदेश गंगवार और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।