– वीर नारियों को 18 करोड़ रुपये की लंबित राशि का भुगतान सुनिश्चित हुआ
प्रयागराज: रक्षा लेखा महानियंत्रक डॉ. मयंक शर्मा ने प्रयागराज स्थित द्रौपदी घाट परिसर में रक्षा लेखा (पेंशन) कार्यालय की ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाने वाली गैलरी ‘धरोहर’ (Heritage Gallery) का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे विभाग की ऐतिहासिक यात्रा, पेंशन प्रणाली में आए बदलाव, तकनीकी विकास और सेवा क्षमता को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया।
गैलरी में 1880 के दशक के दस्तावेज़, स्वतंत्रता-पूर्व फर्नीचर, पुराने कार्यालय उपकरण, तथा परमवीर चक्र विजेताओं और पूर्व अधिकारियों को समर्पित अनुभाग प्रदर्शित किए गए हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि यह कार्यालय देशभर के 33 लाख से अधिक पेंशनभोगियों का प्रबंधन करता है और SPARSH प्रणाली के तहत अब तक चार लाख से अधिक शिकायतों का समाधान किया गया है। उन्होंने बताया कि बीते छह माह में पांच लाख से अधिक मामलों में संशोधन किया गया और वीर नारियों को 18 करोड़ रुपये की लंबित राशि का भुगतान सुनिश्चित हुआ है। यह प्रणाली पेंशनरों को पारदर्शिता और त्वरित समाधान प्रदान करती है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि ‘धरोहर’ न केवल संस्था के गौरवशाली अतीत का सम्मान है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनेगी। इस अवसर पर पेंशनरों को सम्मानित किया गया और विभाग की तकनीकी पहलों की सराहना की गई। कार्यक्रम में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।