यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। माफिया अनुपम दुबे के करीबी सहयोगी और नॉन प्रैक्टिशनर वकील अवधेश मिश्रा ने अपने ऊपर कार्रवाई के डर से उच्चाधिकारियों को आत्महत्या की धमकी दी है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब अवधेश ने पत्राचार के माध्यम से अपनी धमकी को स्पष्ट किया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।मामला जांच से बाहर आ जाए इसके लिए अब शातिर मिश्रा ने नया पैटर्न अपनाया है।
सूत्रों के अनुसार, अवधेश मिश्रा ने पहले भी पूर्व जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनिल मिश्रा,अशोक कुमार मीणा के खिलाफ झूठी शिकायतें की थीं, जब उसे अपनी अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई का सामना करना पड़ा। उसने उच्च न्यायालय में भी इस तरह की शिकायतों का सहारा लिया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अवधेश मिश्रा पिछले कई वर्षों से पुलिसकर्मियों के खिलाफ झूठी शिकायतें करने का आदी है। यह स्थिति इस बात का संकेत देती है कि वह कानून की परवाह किए बिना अपनी हरकतें जारी रखता है। पुलिस ने पहले भी अनूपम दुबे के साथियों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन मिश्रा अब भी बेखौफ होकर अपने इरादों को अंजाम दे रहा है।वही मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर जांच जारी है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, फर्रुखाबाद में माफिया से संबंधित अपराधों में पिछले वर्ष की तुलना में 20′ की वृद्धि हुई है। यह घटनाएं न केवल पुलिस के लिए चुनौती बन रही हैं, बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही हैं।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि माफिया के साथियों द्वारा आत्महत्या की धमकियां देना एक नई रणनीति है, जिससे वे प्रशासन पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन अब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और शीघ्र ही इस मामले में ठोस कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें इस स्थिति से निपटने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे माफिया गतिविधियों की सूचना तुरंत दें ताकि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
इस मामले ने न केवल कानून व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि माफिया तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा कायम रह सके।