यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। दीपावली के मौके पर शहर और आसपास के क्षेत्रों में जुएं के फड़ सजे रहे, जहां लोगों ने ताश के पत्तों में अपनी किस्मत आजमाई। कई स्थानों पर इसे शगुन मानकर खेला गया, जबकि कुछ स्थानों पर लाखों रुपये के दांव भी लगे। दबंगों ने भी इस मौके का फायदा उठाया और डरा-धमका कर पैसे वसूले।
जुआ खेलने की इस परंपरा के पीछे भगवान शिव और पार्वती की एक जातक कथा बताई जाती है। इसी कारण, जो लोग सामान्यत: जुआ नहीं खेलते, वे भी इस अवसर पर नाम मात्र का दांव-पेंच लगाते हैं। दिवाली की रात को जुएं के फड़ों पर भीड़ देखी गई, जहां बड़ी संख्या में लोग हार-जीत की बाजी लगा रहे थे।
इस बीच, शमशाबाद के गांव जैतपुर में एक युवक का तमंचा लहराते हुए वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया। वीडियो में युवक जुएं के अड्डे पर दिख रहा है, जहां वह खुलेआम तमंचा लेकर रुपये मांगता दिखाई दे रहा है और धमकी भी देता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक ने अपने तमंचे के बल पर वसूली भी की।
इस घटना के बाद पुलिस की सक्रियता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जुएं के अड्डे पर धड़ल्ले से खेल जारी रहा, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्थानीय निवासियों ने इस मामले में पुलिस के लापरवाह रवैये की आलोचना की है और सुरक्षा की मांग की है।
इस प्रकार, दीपावली के पर्व पर जहां एक ओर उल्लास का माहौल था, वहीं दूसरी ओर जुएं और दबंगई की घटनाओं ने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन को इस स्थिति पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।