नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ( Shibu Soren) की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से सोमवार को दिल्ली लाया गया है। उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उनके साथ दिल्ली आए हैं। बताया जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद एयर एंबुलेंस से दिल्ली रेफर किया गया।
बता दें कि शिबू सोरेन लगातार डॉक्टरों की निगरानी में हैं। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया। राज्यसभा सांसद दिशोम ने बताया कि डॉक्टर लगातार शिबू सोरेन के स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं। शिबू सोरेन को कुछ साल पहले सांस लेने में तकलीफ के चलते रांची के मेदांता अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था।
UPA कार्यकाल में थे कोयला मंत्री
आपको बता दें कि शिबू सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हैं। UPA के पहले कार्यकाल में वे कोयला मंत्री रह चुके हैं, हालांकि चिरुडीह हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। जब शिबू सोरेन के पिता शोभराम सोरेन की हत्या हुई तो उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा।
पहली बार 1977 में लड़ा लोकसभा चुनाव
शिबू सोरेन ने 1977 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, 1980 में उन्होंने एक बार फिर चुनावी मैदान में किस्मत आजमाई और चुनाव जीत गए। इसके बाद शिबू सोरेन लगातार 1986, 1989, 1991, 1996 में चुनाव लड़े और हर चुनाव में जीत हासिल की।
तीन बार बने झारखंड के सीएम
2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने दुमका से चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। इसके साथ ही वे झारखंड के मुख्यमंत्री भी रहे। वर्तमान में उनके बेटे हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हैं। शिबू सोरेन को लोग ‘गुरुजी’ उपनाम से भी जानते हैं। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने आठ बार चुनाव जीता। इसके साथ ही वह दो बार राज्यसभा सांसद भी बने।