– धर्मशाला के खनियारा में छह की मौत, 14 मकान और 7 दुकानें ध्वस्त, सड़कों और पुलों को भारी नुकसान
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून के प्रवेश के बाद तबाही का दौर लगातार जारी है। राज्य में भारी बारिश और बाढ़ की घटनाओं में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो चुकी है। सबसे बड़ी त्रासदी धर्मशाला के खनियारा क्षेत्र में सामने आई है, जहां अचानक आई बाढ़ में 6 लोगों की मौत हुई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 14 मकान पूरी तरह ध्वस्त, जबकि 7 दुकानों को भारी क्षति पहुंची है। इसके अलावा 52 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और 11 छोटे-बड़े पुलों को नुकसान पहुंचा है। पूरे राज्य में अब तक ₹29.17 करोड़ का अनुमानित नुकसान दर्ज किया गया है।
भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के 8 जिलों — कांगड़ा, मंडी, चंबा, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और शिमला में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मद्देनज़र स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है और लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हालात की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत-बचाव में जुटी हैं। जगह-जगह राहत शिविर, खाद्य सामग्री वितरण, और स्वास्थ्य जांच शिविरों की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा: “जनहानि को रोकना हमारी प्राथमिकता है। राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। नागरिक प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।”
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र
धर्मशाला (खनियारा) – बाढ़ से छह मौतें, दर्जनों लोग बेघर,
सुंदरनगर (मंडी) – भूस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध,
बिलासपुर और हमीरपुर – गांवों का संपर्क टूटा, राहत सामग्री पहुंचाने में दिक्कत,
कुल्लू और चंबा – तेज बारिश से।
नदी-नाले उफान पर आपातकालीन स्थिति के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन 1077 और सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वह अफवाहों से बचें और सरकारी सूचनाओं पर ही भरोसा करें।