यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले को विकास की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना का शुभारंभ किया गया है। यह परियोजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य जिले को उत्तर प्रदेश के प्रमुख मार्गों और शहरों से सीधे जोडऩा है।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
1. त्रिकोणीय एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी:
– बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे:यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को अन्य महत्वपूर्ण मार्गों से जोड़ता है, जिससे क्षेत्र में यात्रा और परिवहन की सुविधा मिलती है।
– गंगा एक्सप्रेसवे:यह एक्सप्रेसवे राज्य के विभिन्न हिस्सों को गंगा नदी के किनारे बसे शहरों से जोडऩे का कार्य करता है, जिससे धार्मिक और पर्यटन महत्व के स्थानों तक पहुंच आसान होती है।
– लिंक एक्सप्रेसवे: 92 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे फर्रुखाबाद को हरदोई और मैनपुरी से जोड़ेगा। इस नए एक्सप्रेसवे के माध्यम से यात्रियों को सीधा और त्वरित मार्ग मिलेगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यातायात का दबाब कम होगा।
2. अनुमानित लागत और वित्तीय प्रबंधन:
– इस परियोजना के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने ?6600 करोड़ का बजट आवंटित किया है।
– इस राशि का उपयोग न केवल एक्सप्रेसवे के निर्माण में किया जाएगा, बल्कि इसके साथ-साथ अन्य संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे पुल, सर्विस रोड, रेस्ट एरिया और सुरक्षा उपायों के विकास में भी किया जाएगा।
– इस परियोजना में स्वदेशी और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी भी हो सकती है, जिससे तकनीकी उन्नति और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
3. आर्थिक एवं सामाजिक लाभ:
– रोजगार के अवसर: एक्सप्रेसवे के निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। निर्माण कार्य में सैकड़ों लोगों को काम मिलेगा, जबकि एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद भी रखरखाव और अन्य सेवाओं के लिए स्थायी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
– व्यापारिक विकास: लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से व्यापारियों को अपने उत्पादों को तेजी से बाजार में पहुंचाने का अवसर मिलेगा। इससे स्थानीय उद्योगों और कृषि उत्पादकों को भी फायदा होगा।
– कृषि और खाद्य आपूर्ति: एक्सप्रेसवे के माध्यम से कृषि उत्पादों की आपूर्ति समय पर और सुरक्षित ढंग से की जा सकेगी, जिससे किसानों को उचित मूल्य मिलेगा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
4. पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव:
– परियोजना के तहत ग्रीन बेल्ट और पर्यावरण अनुकूल उपायों का भी ध्यान रखा जाएगा। एक्सप्रेसवे के किनारे पेड़ लगाने और ईको-फ्रेंडली तकनीक के इस्तेमाल से पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा।
– ग्रामीण क्षेत्रों में इससे जुड़ी परियोजनाओं के माध्यम से सामाजिक सुधार की दिशा में भी काम किया जाएगा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
5. प्रमुख योजनाएँ और कार्यक्रम:
– इस एक्सप्रेसवे के साथ-साथ अन्य योजनाओं जैसे रेस्ट एरिया, फूड प्लाजा, और इमरजेंसी सेवाओं को भी विकसित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव हो।
– गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को सुविधाएं मिलें और क्षेत्र का विकास हो।
भविष्य की संभावनाएँ
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना न केवल जिले की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी बल्कि यह पूरे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास का आधार बनेगी।
इससे न केवल स्थानीय लोगों की जीवनशैली में सुधार होगा बल्कि व्यापार और उद्योगों के लिए भी नए अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा, फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे से जिले की कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा, जिससे न केवल क्षेत्र का विकास होगा बल्कि राज्य की आर्थिक धारा में भी यह एक महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस परियोजना से फर्रुखाबाद के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के प्रयास को एक नई दिशा मिलेगी और प्रदेश के विकास में जिले का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।क चेप्टर खोलने की दिशा में बड़ी पहल, प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात