फर्रुखाबाद। चर्चित दुर्दांत माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ दर्ज तीन मामलों में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को बड़ी राहत देते हुए पुलिस की कार्रवाई को जायज़ ठहराया है। इसके बाद फर्रुखाबाद पुलिस ने तीनों मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी है। हालांकि माफिया का भाई अनुराग दुबे डब्बन और पूर्व ब्लॉक प्रमुख अमित दुबे बब्बन फिलहाल जमानत पर बाहर हैं, और स्थानीय लोगों के अनुसार उनका गैंग एक बार फिर से सक्रिय हो चुका है।
पुलिस द्वारा जिन मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है, उनमें हत्या के प्रयास, गैंगस्टर एक्ट और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, अनुपम दुबे के खिलाफ तीन प्रमुख मुकदमे क्रमशः थाना मऊदरवाजा, कोतवाली फ़तेहगढ़ और कोतवाली शहर में दर्ज हैं।
तीनों मुकदमों का विवरण इस प्रकार है:मऊदरवाजा थाना: IPC की धारा 147, 148, 149, 307, 120B और आर्म्स एक्ट के तहत हमला और षड्यंत्र का मामला।
फ़तेहगढ़ थाना: गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा, जिसमें दुबे गैंग की आपराधिक गतिविधियों और उगाही का ज़िक्र।
कोतवाली शहर: सरकारी दस्तावेज़ों में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का प्रकरण।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दुबे गैंग के खिलाफ अब तक कुल 11 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 7 में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। इन मुकदमों में गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और कई गंभीर धाराएं शामिल हैं। गैंग के 14 से अधिक सदस्यों को पुलिस ने चिन्हित किया है।
गैंग का मुख्य सहयोगी माफिया के भाई अनुराग दुबे उर्फ डब्बन और पूर्व ब्लॉक प्रमुख अमित दुबे उर्फ बब्बन इस समय जमानत पर रिहा हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दोनों फिर से अपने पुराने नेटवर्क को सक्रिय कर रहे हैं और क्षेत्र में दबदबा बनाने की कोशिश में लगे हैं।
पुलिस ने कहा है कि गैंग के सभी सक्रिय सदस्यों पर नजर रखी जा रही है। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर जमानत निरस्त करवाकर आरोपियों को दोबारा जेल भेजा जाएगा।
गांव-देहात और शहरों में लोग गैंग की फिर से बढ़ती गतिविधियों से सहमे हुए हैं। कई व्यापारियों और ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
यह मामला अब सिर्फ कानून और अपराध का नहीं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा और भरोसे से भी जुड़ चुका है। आने वाले दिनों में पुलिस की अगली कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हैं।