कविनगर के किराए के मकान में चल रहा था ‘वेस्ट आर्कटिक दूतावास’, पीएम-राष्ट्रपति के साथ फर्जी फोटो कर रहा था इस्तेमाल
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश STF ने गाजियाबाद के कविनगर क्षेत्र में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए एक शातिर जालसाज हर्ष वर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले कई वर्षों से खुद को एक डिप्लोमैटिक अधिकारी (राजनयिक) बताकर ‘वेस्ट आर्कटिक दूतावास’ (West Arctic Embassy) के नाम से फर्जी दूतावास चला रहा था।
एसटीएफ की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कविनगर में छापा मारकर हर्ष वर्धन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि वह किराए के मकान में अवैध रूप से फर्जी दूतावास चला रहा था, जिसमें विदेशी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी की गई।
हर्ष वर्धन खुद को वेस्ट आर्कटिक देश का डिप्लोमैटिक अधिकारी बताता था और लोगों को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरों का इस्तेमाल करता था। उसके पास डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियां भी मिली हैं, जिनका उपयोग वह रौब जमाने के लिए करता था।
छापे के दौरान एसटीएफ ने आरोपी के पास से चौंकाने वाली सामग्री
₹44.70 लाख नकद
कई देशों की विदेशी मुद्रा
12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट
विदेश मंत्रालय की जाली मुहरें बरामद हुई।
सैकड़ों दस्तावेज, सील और लेटरहेड
यह पहला मामला नहीं है। 2011 में भी हर्ष वर्धन से सैटेलाइट फोन बरामद हुआ था, जिसके बाद वह खुफिया एजेंसियों के रडार पर आ गया था। जांच में यह भी सामने आया कि उसके कुख्यात हथियार तस्कर चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी से भी संपर्क रहे हैं।
एसटीएफ अब इस पूरे नेटवर्क की गंभीरता से जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह कोई एक व्यक्ति की करतूत नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय फर्जीवाड़े और मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा हो सकता है। सूत्रों की मानें तो इस रैकेट में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।